Bilaspur News: कुत्ते ने बुजुर्ग और बच्ची को काटा, समझाइश देने पर कुत्ते के मालिक ने युवक पर चाकू से किया हमला...

Bilaspur News: पालतु कुत्ता ने बुजुर्ग को और उसी परिवार की बच्ची को काट दिया। जिस पर परिवार के समझाईश देने गए युवक पर कुत्ते के मालिक ने चाकू से हमला कर घायल कर दिया। मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज किया है।

Update: 2025-12-15 16:05 GMT

Bilaspur News: बिलासपुर। पालतु कुत्ता ने पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग और उसके परिवार की बच्ची को काटा दिया। जिससे वह जख्मी हो गए हैं। घटना के बाद बुजुर्ग के नाती कुत्ता के मालिक को समझाईश देने गया तो मालिक अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर जमकर मारपीट की और हत्या करने की नीयत से नाती पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिससे युवक की हालत गंभीर है। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।

सीपत पुलिस ने बताया कि ग्राम पाण्डेयपुर निवासी शिव कुमार सूर्यवंशी रोजी मजदूरी का काम करता है। 10 दिसंबर को कमलेश सूर्यवंशी का पालतू कुत्ता उसके पिता को और उसके परिवार की एक बच्ची को काट दिया था। 14 दिसंबर की रात 7.30 बजे शिव के बेटा संत कुमार ने कमलेश सूर्यवंशी के घर गया और कुत्ता को बांधकर रखने के लिए बोला। उसी बात को लेकर तू कौन होता है ,कुत्ता को बांध कर रखो कहने वाला बोलकर कमलेश सूर्यवंशी ले गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर हाथ मुक्का से मारपीट शुरू कर दी। विवाद की आवाज सुनकर अमन सूर्यवंशी, कमल सूर्यवंशी, राजकुमार सूर्यवंशी भी आ गए और सभी एक साथ मिलकर संत कुमार की जमकर पिटाई कर दी। इस बीच आरोपी कमल अपने पास रखे चाकू निकालकर संत पर जानलेवा हमला कर दिया। जिससे संत कुमार के गला, ठुड्डी, पीठ और कुल्हा में गंभीर चोंटे आई है। जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गया। वहां मौजूद अग्घन बाई, परमेश्वर ने बीच-बचाव किया। खून से लथपथ युवक अपने घर पहुंचा। उसकी हालत को देखकर परिजन के होश उड़ गए। इसके बाद परिजन ने उसे सिम्स में भर्ती कराया है। घायल के पिता शिव कुमार सूर्यवंशी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।

रोजाना 8-10 लोग पहुंच रहे सिम्स

जिले सहित शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। रात में गली, चौराहे में आवारा कुत्तों की फौज से पीछा छुड़ाना मुश्किल हो रहा है। रोजाना 10 लोगों को कुत्ते काट रहे हैं। सिम्स में 8 और जिला अस्पताल में हर दिन दो मरीज रैबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। दोनों अस्पताल अक्टूबर और नवंबर में 240 लोगों को कुत्तों ने काटा है। ये सभी इलाज कराने यहां पहुंचे। अच्छी बात यह है कि दोनों अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन पर्याप्त बताए जा रहे हैं। इसी कारण लोगों को समय पर इलाज मिल जा रहा है।

कुत्तों का बधियाकरण 7 साल से बंद

कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने नसबंदी ही एक उपाय है। 2015 में 1016 कुत्तों की नसबंदी की गई। 2016 में 2063 नसबंदी की गई थी। 2017 में 690, 2018 में नसबंदी अभियान पूरी तरह बंद रहा। 2019 में 1416 कुत्तों का बधियाकरण किया गया। तब से बधियाकरण बंद है।

लगातार अभियान चलाने से ही कम होगी आबादी

रूक-रूककर नसबंदी करने से कुत्तों की आबादी पर नियंत्रण करना मुश्किल है। यह लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। यदि लगातार नसबंदी अभियान चलाया जाए, तो काफी राहत मिलेगी। आधी-अधूरी नसबंदी कार्य से सफलता नहीं मिल सकती। रात के समय आवारा कुत्ते बाइक, कार को भी दौड़ाते हैं।

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में है कुत्तों का आंतक

शहर के कुछ ऐसे स्थान हैं जहां समस्या ज्यादा है। यहां रात में जाने वाले रास्ता बदल देते हैं। सिटी कोतवाली के सामने, करबला रोड से पुराने बस स्टैंड चौक, इमली-पारा रोड, पुलिस लाइन रोड, बृहस्पति बाजार, कुदुदंड, सरकंडा, गोंड़पारा, कतियापारा आदि ऐसे स्थान हैं, जहां इनके द्वारा राहगीरों को काटने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुत्तों का आंतक है।

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