Balrampur News: गुमशुदा महिला की झारखंड में मिली लाश, ससुराल वालों पर हत्या का आरोप, पति ने थाने में किया था सुसाइड
Balrampur News: बलरामपुर के कोतवाली थाने में जिस रीना गिरी की गुमशुदगी के मामले में पूछताछ के दौरान पति गुरु चरण मंडल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अब उस महिला की लाश झारखंड के नदी में झाड़ियों में फंसी मिली।
Balrampur News: बलरामपुर के कोतवाली थाने में गुमशुदगी के मामले में जिस महिला रीना मंडल के पति गुरु चरण मंडल से पूछताछ के दौरान गुरुचरण मंडल के द्वारा फांसी लगाए जाने से बवाल मचा और थाना प्रभारी सहित पुलिसकर्मी निलंबित किया गया था। उस महिला की झारखंड के गढ़वा जिले में नदी में लाश मिली है। महिला के हाथ, पैर बंधे हुए थे और लाश झाड़ियों में फंसी थी। महिला के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है।
बलरामपुर रामानुजगंज जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविदा कर्मी के रूप में गुरु चरण मंडल (30 वर्ष) कार्यरत था। उसकी पत्नी रीना गिरी मंडल घर से लापता हो गई थी। जिस पर पत्नी के भाई बदला गिरी ने बलरामपुर आईजी और एसपी से संपर्क कर बहन के लापता होने पर शिकायत की थी। महिला के मायके वालों ने पति गुरु चरण मंडल और महिला के ससुराल वालों पर महिला की हत्या करने का आरोप लगाया था। संदेह के आधार पर कोतवाली पुलिस ने गुरु चरण मंडल को पूछताछ के लिए 24 अक्टूबर को दोपहर 2:00 बजे बुलाया था। गुरुचरण मंडल ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद जमकर बवाल मचा था। आक्रोशित भीड़ ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा करते हुए पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया था। नेशनल हाईवे पर चक्का जाम भी किया गया था।
एसपी ने थाना प्रभारी एवं एक आरक्षक को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों को भी थाने से लाइन अटैच कर दिया गया था। मृतक के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने फिर से हंगामा मचाते हुए पुलिस पर ही मार कर फांसी में लटकाने का आरोप लगाया था। जबकि पुलिस के अनुसार मृतक गुरु चरण मंडल को थाने बुलाने से लेकर उससे हुई पूछताछ की सारी प्रक्रिया थाने में लगे सीसीटीवी में कैद होने और किसी भी प्रकार से गुरु चरण मंडल से मारपीट और प्रताड़ित नहीं करने का दावा पुलिस का था। पुलिस के अनुसार रीना गिरी के घर से गायब होने के चलते उसके पति को सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था और सीसीटीवी के सामने पूछताछ की गई थी,किसी भी प्रकार से मारपीट नहीं की गई थी। पुलिस को जांच में महिला का लोकेशन झारखंड मिल रहा था।
विवाद को शांत करवाने आसपास के जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाकर जिले में लगाया गया था। इस दौरान जशपुर की एडिशनल एसपी निमिषा पांडे के साथ भी आक्रोशित भीड़ ने मारपीट करते हुए पथराव किया था। मामले में पुलिस ने थाने में हमला करने और पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट के मामले में अपराध भी दर्ज किया था। माहौल बिगड़ने के बाद पुलिस ने महिला की तलाश के मामले में पूछताछ बंद कर सिर्फ तकनीकी विवेचना जारी रखी थी। दूसरी तरफ महिला का शव झारखंड के गढ़वा थाना क्षेत्र के कोयल नदी में मिला। जिस पर पुलिस जांच कर रही है।
अंतिम संस्कार के बाद पहुंचे परिजन
महिला का शव बहते हुए गढ़वा थाना क्षेत्र के कोयल नदी में मिला था। शव के हाथ– पैर बंधे थे। आशंका है कि महिला की हत्या के बाद उसके हाथ– पांव बांध सबूत मिटाने के लिए नदी में लाश बहा दी गई होगी। लाश नदी किनारे झाड़ियों में फंस गई थी। जिसे पुलिस कर्मियों ने बरामद कर मर्च्युरी में रखवा दिया। महिला की शिनाख्त की कोशिश झारखंड पुलिस कर रही थी। एक हफ्ते तक कोई सुराग नहीं लगने पर पोस्टमार्टम के बाद समाजसेवी संस्थाओं की मदद से महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
दूसरी ओर जब छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी मिली तो वे महिला के भाई,पिता और वाहनों को लेकर झारखंड पहुंची। परिजनों ने अवशेषों के आधार मृतिका की पहचान रीना गिरी के रूप में होना की। परिजनों ने मृतका रीना गिरी के अस्थियों को अपने साथ ले आई है और आज विधिवत अंतिम संस्कार कर रही है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस दिन रीना गिरी अपने ससुराल से लापता हुई थी उसी दिन उसके ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने इसकी जांच और कार्यवाही की मांग की है। परिजनों के अनुसार जिस तरह से गुरु चरण मंडल के आत्महत्या के बाद राजनीति हुई और पुलिस पर दबाव बना इससे उन्हें बहन की हत्या के निष्पक्ष जांच होने पर आशंका है। मृतका के परिजनों के अनुसार रीना गिरी की हत्या में उसके पति सास–ससुर के अलावा अन्य सहयोगी भी शामिल है। खाने में बवाल इसलिए ही किया गया ताकि हत्या का मामला दब जाए और पुलिस पर दबाव बनाकर जांच की दिशा बदली जा सके। वहीं गढ़वा थाना क्षेत्र में लाश मिलने से मामले की जांच अब गढ़वा पुलिस कर रही हैं।
जानिए मामला
रीना गिरी के भाई बदलागिरी पिता मनिका गिरी, आर्मी मेडिकल कोर कमांड में पुणे के मेडिकल कमांड हॉस्पिटल में पोस्टेड है। वे सरगुजा के लुण्ड्रा थाना अंतर्गत के रहने वाले हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि रीना गिरी उनकी छोटी बहन थी। 30 सितंबर को उनकी एक और बहन के माध्यम से उन्हें अपनी बहन रीना के किडनैपिंग की जानकारी मिली। जिस बहन के माध्यम से जानकारी मिली उसने 15– 16 सेकंड का ऑडियो क्लिप भेजा। ऑडियो क्लिप में बहन को गाड़ी में अपहरण कर ले जाने की बात बताई गई है। मैं अपनी बहन को खोजने के लिए पुणे से छुट्टी लेकर आया और 10 अक्टूबर को बलरामपुर के एसपी साहब को आवेदन दिया जिसके बाद 19 अक्टूबर को सरगुजा रेंज साहब से मिलकर आवेदन दिया। अपने आवेदन में मैने अपनी बहन के साथ ससुर और पति पर संदेह व्यक्त करते हुए अच्छे से जांच का निवेदन किया था। एसपी साहब ने मुझे अच्छे से जांच का हवाला दिया था। मेरी बहन का लोकेशन झारखंड निकला था। भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि बहन के गायब होने के पीछे और कहां क्यों होगा उसके पति और ससुराल वालों का हाथ होगा उसका पति उसे लगातार 4 सालों से प्रताड़ित करता है बताना कि चलते उसकी बहन ने जहर भी खा लिया था जिसे मैं अंबिकापुर में अस्पताल में भर्ती करवा इलाज करवाया था तब मैंने बहन को कहा था कि ससुराल छोड़कर आकर हमारे साथ रहे पर बहन इस उम्मीद में थी कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा।
भाई ने बताया कि मां और छोटी बहन से अक्सर मेरी बहन रीना गिरी ससुराल में प्रताड़ित करने की बात बताती थी बहन बताती थी कि उसका पति उसे कहता है कि तुझे बच्चा नहीं लेने दूंगा तुझे अपनी पत्नी नहीं मानता और इसके लिए अक्सर उसे टैबलेट और दवाइयां खिला देता था राखी के दिन जब मेरी बहन आई थी तब उसने मेरी छोटी बहन को बताया था कि पति उसे धमकाते हुए कह रहा है कि तेरा बच्चा दानी निकलवा दूंगा ताकि तुम मां ना बन सके। भाई ने बताया कि शादी के बात पता चला कि गुरुचरण मंडल ने अपनी पहली पत्नी से तलाक नहीं दिया है और वह अब भी उसके संपर्क में रहता है तथा उसका एक 6 साल का बच्चा भी है।
भाई ने पुलिस से अपील करते हुए कहा था कि पुलिस जल्द से जल्द उनकी बहन को सकुशल और जिंदा वापस लाए। पर थाने में महिला के पति गुरु चरण मंडल के फांसी लगाने के बाद पुलिस की जांच पूछताछ को छोड़कर केवल तकनीकि साक्ष्य जुटाने तक सीमित हो गई थी।