Ambikapur Police Suspend News: तीन पुलिसकर्मी निलंबित: एएसआई के घर घुसकर मारपीट करने वाले बदमाश को जेल दाखिल करवाने के दौरान मोबाइल से करा रहे थे बात
Ambikapur Police Suspend News: एएसआई के घर घुसकर जिला बदर बदमाश ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। जिलाबदर बदमाश को जेल दाखिल करवाते समय मोबाइल में बात करवाने का वीडियो वायरल होने पर एसएसपी ने तीन पुलिस आरक्षकों को निलंबित किया है।
Ambikapur Police Suspend News: अंबिकापुर। जिला बदर आदतन अपराधी को एएसआई के घर घुसकर मारपीट करने के मामले में जेल दाखिल करवाने के दौरान उसे मोबाइल फोन की सुविधा पुलिसकर्मियों द्वारा उपलब्ध करवाई गई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में जेल परिसर के भीतर प्रतिबंधित क्षेत्र में आरोपी अंश पंडित मोबाइल पर बात करते हुए दिखाई दिया था। इस मामले में जेल प्रबंधन ने भी पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही के लिए कहा था। अब मामले में तीन पुलिसकर्मियों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है ।
कलेक्टर विलास भोस्कर संदीपन ने एसएसपी आदतन बदमाश अंश पंडित उर्फ जय आदित्य को सरगुजा और आसपास के पांच जिलों की सीमाओं से जिलाबदर कर दिया था। जिलाबदर के बावजूद अंश पंडित अधिकतर समय अंबिकापुर में और अपने घर में रहता था। कोतवाली पुलिस की आंख में धूल झोंक कर घर में रहने की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने एक बार उसके घर में दबिश भी दी थी,पर अंश पंडित दीवान में छुप गया था। तब पुलिस ने अंश पंडित को दीवान से बाहर निकाला और जेल दाखिल करवाया था। जिसमें वह जमानत पर बाहर आया था। जिलाबदर होने के बावजूद वह दीपावली पर घर आया था और पुरानी रंजिश पर शहर केे बौरीपारा में एएसआई राकेश मिश्रा के घर माता-पिता भाई एवं अन्य साथियों के साथ घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। घटना दिनांक को ही अंश पंडित के माता-पिता और भाई गिरफ्तार हो गए थे,जबकि अंश बाद में गिरफ्तार हुआ।
उसे अदालत में पेश करने के बाद अदालत के आदेश पर जेल दाखिल करवाया जा रहा था। इस दौरान पुलिसकर्मी उसे सेंट्रल जेल अंबिकापुर लेकर पहुंचे तब जेल गेट के बाहर प्रतिबंधित क्षेत्र में एक कमरे की सीढ़ी में बैठकर अंश पंडित मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में किसी ने वायरल कर दिया।
मामले में अंबिकापुर जेल अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा था। अपने पत्र में जेल अधीक्षक ने बताया था कि जेल परिसर प्रतिबंधित क्षेत्र की श्रेणी में आता है। यहां पर मोबाइल एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल उपकरणों का उपयोग किया जाना प्रतिबंधित है। नव प्रवेशित बंदियों को जेल दाखिल करवाते समय पुलिस कर्मचारियों द्वारा हिदायत देने के बावजूद उक्त निर्देशों की अवहेलना की जाती है। नव प्रवेशी बंदी अंश पंडित उर्फ जय आदित्य तिवारी को जेल प्रवेश करवाते समय पुलिस कर्मचारियों के द्वारा अंश पंडित को मोबाइल से बात कराते हुए वीडियो वायरल हुआ है। जिसके चलते पुलिस और जेल प्रशासन के विरुद्ध अनावश्यक दुष्प्रचार हो रहा है, जो स्वच्छ प्रशासनिक व्यवस्था के विपरीत है।
वही वायरल वीडियो का जेल अधीक्षक के पत्र के आधार पर घटना को संज्ञान में लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने तीन आरक्षक डॉक्टर सिंह सिदार, परवेज सिंह फिरदौसी और सुशील खेस की प्रथम दृष्टया लापरवाही पाते हुए तीनों को निलंबित कर दिया है।