IAS अफसर के ठिकानों पर CBI की छापेमारी…..2007 बैच के IAS अफसर पर GST रिश्वत प्रकरण में संलिप्तता का लगा है आरोप… डिप्टी सीएम के OSD की पहले ही हो चुकी है गिरफ्तारी

Update: 2020-02-07 15:31 GMT

नयी दिल्ली 7 फरवरी 2020। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) गोपाल कृष्णन माधव ब्राइब केस मामले में आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय के घर और ऑफिस पर सीबीआई ने रेड मारी है. सीबीआई के मुताबिक, कुछ और अधिकारी जोकि GST डिपार्टमेंट में हैं उनके दफ्तरों में भी सर्च अभियान चल रहा है.

सीबीआई एक ही समय पर अलग-अलग संदिग्धों के घर छापेमारी कर रही है. माधव का घर सिविल लाइन्स में हैं वहां भी कार्रवाई चल रही है. इसके अलावा मिडिल मैन (बिचौलिया) धीरज गुप्ता के वज़ीराबाद स्तिथ घर पर भी रेड चल रही है.

उदित प्रकाश राय आईएएस, उप आयुक्त (दक्षिण अंडमान), सचिव (ग्रामीण विकास और पंचायत) और आयुक्त (जीएसटी) अंडमान और निकोबार द्वीप, भारतीय प्रशासनिक सेवा, 2007 बैच के (ए जी ए म यू टी) के अधिकारी हैं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीई (ऑनर्स) किया।

2019 में उदित प्रकाश राय को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से दिल्ली स्थानांतरित किया गया था. वर्तमान में दिल्ली में अतिरिक्त आयुक्त के रूप में तैनात हैं.

माधव फरवरी 2003 में DSSB में बतौर हेड क्लर्क चयनित हुए. 2003 में वह शिक्षा विभाग में शामिल हुए और 2005 तक वहीं रहे. नवंबर 2005 से 2009 नवंबर तक वह बतौर इंस्पेक्टर फूड एंड सप्लाइज काम कर रहे थे. इसके बाद 2009 नवंबर से मार्च 2010 तक वह हेड क्लर्क पे एंड अकाउंट्स डिपार्टमेंट में तैनात थे.

वहीं डिप्टी सीएम के ओएसडी गोपाल कृष्ण माधव अक्टूबर 2019 से जीएसटी में तैनात हैं. एक ट्रांसपोर्टर ने शिकायत की कि जीएसटी अधिकारी जीएसटी का भुगतान किए बिना ट्रकों को छोड़ने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं. जीएसटी अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ता के 2 ट्रकों को जब्त कर लिया गया है. 3 लाख रुपये की मांग के बाद सिर्फ 2 बस ही छोड़े गए.

इन 3 लाख रुपये में से 2,26,000 रुपये धीरज गुप्ता (निजी व्यक्ति) को दिए गए. जब गुप्ता को गिरफ्तार किया गया तो उसने बताया कि पैसा नौकरशाहों को भेज दिया गया है.

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