Gold Silver Price: दिवाली के बाद सोना-चांदी के दामों में भारी गिरावट, एक्सपर्ट बोले, अभी और गिर सकता है भाव
Gold Silver Price: 1 महीने की रिकॉर्ड तेजी के बाद सोने चांदी के दामों में गिरावट आई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स में सोने चांदी के भाव में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली। अंतरराष्ट्रीय कारको और घरेलू स्तर पर मांग में त्यौहार के बाद कमी आने के चलते दाम गिरे है। कल भी गिरावट की आशंका जताई जा रही है।
Gold Silver Price: सोने चांदी के दाम में दीपावली के बाद गिरावट देखने को मिली है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मंदी के चलते भारत में भी दाम गिरे हैं। आज 23 अक्टूबर को भी दाम गिरे है। जिसका असर भारतीय कमोडिटी मार्केट एमसीएक्स पर भी देखने को मिलेगा। निवेशक बेसब्री से सोने चांदी जैसी धातुओं पर नजर जमाए हुए हैं।
रिकॉर्ड ऊँचाई छूने के बाद सोने और चांदी में गिरावट आई है। यह गिरावट दीपावली के बाद आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट और बढ़ सकती है, क्योंकि ग्लोबल मार्केट में मंगलवार को एक दिन में रिकॉर्ड कमी आई थी। हालांकि, उनका यह भी मानना है कि यह गिरावट लंबी अवधि तक स्थायी नहीं रहेगी।
भारतीय MCX मार्केट में सोना-चांदी ने 17 अक्टूबर 2025 को ऐतिहासिक उच्च स्तर छुआ था। इस समय से अब तक चांदी लगभग 20,000 रुपये प्रति किलो और सोना करीब 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे आ चुका है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर लगातार गिरावट और MCX में त्योहारी बंद के कारण यह प्रवृत्ति जारी रह सकती है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार आज यानी, 22 अक्टूबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 3,726 रुपए घटकर 1,23,907 रुपए के स्तर पर आ गया है। इससे पहले ये 20 अक्टूबर को यह 1,27,633 रुपए पर था। वहीं 17 अक्टूबर को सोने ने 1,29,584 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया था।
12 साल में सबसे बड़ी गिरावट
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया कि मंगलवार को सोने में 6.3% और चांदी में 7.1% की गिरावट हुई, जो पिछले 12 साल में एक दिन की सबसे बड़ी कमी है। वहीं, बुधवार को सोने और चांदी के दाम में पांच साल में सबसे तेज इंट्राडे गिरावट देखी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट का मुख्य कारण तेजी से मुनाफावसूली (Profit Booking) है।
लंदन ट्रेडिंग में सोने का भाव 4,100 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ गया, जबकि चांदी भी गिरावट के दौर से गुज़री और शॉर्ट टर्म सपोर्ट लेवल टेस्ट हुआ। बुधवार को इंटरनेशनल मार्केट में सोना 4,046.96 डॉलर और चांदी 48 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
दिवाली के बाद गिरावट
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट दिवाली के तुरंत बाद आई है, जब भारत में सोने की खरीदारी अपने उच्चतम स्तर पर होती है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण परिषद के अध्यक्ष राजेश रोकड़े के अनुसार, पिछले चार महीनों में सोने की कीमत 3,300 डॉलर से बढ़कर 4,400 डॉलर प्रति औंस हो गई थी, इसलिए गिरावट आना स्वाभाविक था।
शॉर्ट टर्म अस्थिरता
केडिया कमोडिटीज के संस्थापक अजय केडिया ने निवेशकों को चेतावनी दी है कि निकट भविष्य में बाजार अस्थिर रह सकता है। वैश्विक घटनाओं जैसे डोनाल्ड ट्रंप, चीन और रूस के बीच बैठकें सोने पर दबाव बना सकती हैं। हालांकि, लंबी अवधि में मांग मजबूत बनी हुई है। केंद्रीय बैंक अभी भी सक्रिय खरीदारी कर रहे हैं। यदि सोना 50-100 डॉलर और गिर भी जाता है, तो भी यह गिरावट सीमित रहने की संभावना है।
भारत में सोने की कीमत अब लगभग 1.28 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी में करीब 12% की गिरावट देखी गई है। बावजूद इसके, चांदी में लगभग 85% और सोने में 70% से अधिक की तेजी बनी हुई है।
यह है कमी का कारण
सोने चांदी की रेट में गिरावट का मुख्य कारण है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच अगले हफ्ते मीटिंग होने वाली है। इस से ट्रेड वॉर की चिंता कम हुई है और सोने– चांदी के दाम घटे हैं। इसके अलावा भारत देश में दीपावली जैसे त्योहार के बाद खरीददारी कम होने से मांग में कमी आई है। यह भी एक कारण रेट घटने का माना जा रहा है। पर यह अस्थाई है। एकादशी के बाद वैवाहिक मुहूर्त में सोने के रेट बढ़ेंगे।