7th Pay Commission: कर्मचारियों के DA में 3% तक बढ़ोतरी संभव, जल्द होगा फैसला
DA Hike 2025: केंद्र के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। जल्द ही महंगाई भत्ते में इजाफा हो सकता है क्योंकि रिपोर्ट कहती है कि महंगाई भत्ता 57.47 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। ट्रेंड्स के हिसाब से देखा जाए तो महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत का उछाल देखने को मिल सकता है फिलहाल दो महीने के आंकड़े नहीं आए हैं लेकिन जानकारी है कि कर्मचारियों के डीए में वृद्धि होगी। 7 वें वेतन आयोग के तहत डीए में 3 प्रतिशत की वृद्धि संभावित हैं।
DA Hike 2025: केंद्र के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। जल्द ही महंगाई भत्ते में इजाफा हो सकता है क्योंकि रिपोर्ट कहती है कि महंगाई भत्ता 57.47 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। ट्रेंड्स के हिसाब से देखा जाए तो महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत का उछाल देखने को मिल सकता है फिलहाल दो महीने के आंकड़े नहीं आए हैं लेकिन जानकारी है कि कर्मचारियों के डीए में वृद्धि होगी। 7 वें वेतन आयोग के तहत डीए में 3 प्रतिशत की वृद्धि संभावित हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के लागू करने की घोषणा तो की है लेकिन अब तक उसका गठन नहीं हुआ है। इसलिए केंद्र के कर्मचारी अभी 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों पर ही तनख्वाह ले रहे हैं। जिसकी अवधि दिसंबर 2025 तक है।
वेतन आयोग के क्या होते है काम-
वेतन आयोग एक कमेटी होती है जिसमें वित्त, वेतन, इकोनॉमी और मानव संसाधन के एक्सपर्ट होते हैं। आयोग द्वारा कर्मचारियों के वेतन, सेवा निवृत्त कर्मचारियों का पेंशन तय करने समेत कई पहलुओं पर अध्ययन किया जाता है। जिसमें महंगाई, देश की आर्थिक स्थिति समेत कई फैक्टर होते हैं। आयोग ना सिर्फ कर्मचारियों का तनख्वाह बढ़ाता है बल्कि महंगाई, परिवहन, मेडिकल व आवास की सिफारिश भी करता हैं। काम की स्थिति में सुधार कर्मचारियों की ट्रेनिंग की सिफारिशे भी की जाती है हालांकि सरकार आयोग की सिफारिशें लागू करने के लिए बाध्य नहीं हैं।
7 वें वेतन आयोग में कितनी बढ़ी थी सैलरी-
7 वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था। जिसके आधार पर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 7000 थी जिसे बढ़ाकर 18000 किया गया। इसी तरह न्यूनतम पेंशन में भी वृद्धि की गई थी। 7वें वेतन आयोग की सिफारिश के बाद अधिकतम सैलरी 2.25 लाख पहुंची थी। आठवें वेतन आयोग में आपकी सैलरी का फिटमेंट फैक्टर 2.28 से 2.86 के बीच हो सकता है और ऐसा हुआ तो बेसिक सैलरी बढ़कर 41 हजार से 51 हजार 480 रूपए तक पहुंच सकती है। पेंशन की न्यूनतम राशि 9 हजार से बढ़कर 25 हजार 740 रूपए तक हो सकती हैं।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर-
इस फैक्टर के आधार पर ही सैलरी की वृद्धि का प्रतिशत निर्धारित होता है। फिटमेंट फैक्टर एक फार्मूला है जिससे सैलरी और पेंशन वृद्धि के लिए उपयोग किया जाता है। इस फार्मूले में समय समय में बदलाव भी किए जाते हैं। कर्मंचारी फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग भी करते रहते हैं। इस बार वे फिटमेंट फैक्टर को 3 से ज्यादा रखने की मांग कर रहे हैं। आपको बता दें कि पहले वेतन आयोग का गठन 1946 में हुआ था जब बेसिक सैलरी 55 रूपए और अधिकतम सैलरी 2 हजार रूपए तक निर्धारित की गई थी।