Saumil Choubey: राप्रसे अधिकारी सौमिल चौबे का हुआ हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में चयन, राज्य सेवा के पहले अफ़सर जिन्हें मिला यह मौका

Saumil Choubey: राज्य प्रशासनिक सेवा के अफ़सर सौमिल रंजन चौबे अमेरिका जाएंगे। चौबे का हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित एमपीए कार्यक्रम में चयन हुआ है।

Update: 2024-05-24 14:34 GMT

Saumil Choubey: रायपुर। प्रदेश की राज्य प्रशासनिक सेवा के अफ़सर सौमिल रंजन चौबे का चयन विश्व के नंबर वन विश्वविद्यालय, हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी Harvard University (अमेरिका) के प्रतिष्ठित एमपीए कार्यक्रम में चयन हुआ है। राज्य के लिए इससे भी ज़्यादा अहम यह है कि उन्हें इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने हेतु हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा शत् प्रतिशत छात्रवृत्ति जॉर्ज मल्लिंक्रोट फेलोशिप के रूप में प्रदान की गई है। हॉर्वर्ड द्वारा प्रति वर्ष केवल एक छात्र को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

सौमिल इस कार्यक्रम में चयनित होने वाले राज्य सेवा के पहले अफ़सर हैं। इससे पहले राज्य के 4 वरिष्ठ आईएएस/आईपीएस अधिकारी, पूर्व मुख्य सचिव सुनील कुमार, पूर्व सचिव स्व. एम. गीता, सचिव रजत कुमार एवं एसीबी चीफ़ अमरेश मिश्र इस कार्यक्रम से उत्तीर्ण हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त वित्त सचिव मुकेश बंसल भी विश्वविख्यात यूनिवर्सिटी एमआईटी से उत्तीर्ण होकर केंद्र एवं राज्य को अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं वित्त मंत्री  ओपी चौधरी के निर्देश पर इस कार्यक्रम की महत्त्वता को देखते हुए सीएम सचिवालय, सामान्य प्रशासन विभाग तथा वित्त विभाग ने उनके अध्ययन अवकाश के आवेदन को स्वीकृति दी है। सौमिल वर्तमान में कृषि विभाग में पदस्थ हैं एवं इसके पहले वह आयुक्त नगर निगम बिलासपुर, संचालक संस्थागत वित्त, सीईओ सूडा एवं संचालक जनसंपर्क के पद पर कार्य कर चुके हैं।

वर्तमान में सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वाँग, न्यूज़ीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री जैकिंडा लॉरल इसी पाठ्यक्रम से उत्तीर्ण हो चुके हैं। हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय से अमेरिका के आठ राष्ट्रपति पढ़ चुके हैं जिसमें बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, जॉन एफ़ केनेडी आदि सम्मिलित हैं।

Harvard University विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है। उसका एमपीए कार्यक्रम लोक-नीति के क्षेत्र में विश्व विख्यात है। यह कार्यक्रम उन व्यक्तियों के लिए है जो अपने कैरियर को लोक सेवा के क्षेत्र को आगे बढ़ाना चाहते हैं। यह गहन एक वर्षीय कार्यक्रम छात्रों को जटिल सार्वजनिक समस्याओं का समाधान करने के लिए महत्वपूर्ण सोच, नेतृत्व और नीति विश्लेषण कौशल से लैस करता है।

 इस कार्यक्रम में केवल लोक नीति के क्षेत्र में विशिष्ट ज्ञान रखने वाले चुनिंदा आवेदकों को ही प्रवेश दिया जाता है एवं आज पर्यंत इसमें सौ से अधिक देशों के विद्यार्थी सहभागिता कर चुके हैं। इस कार्यक्रम के दौरान विश्व भर से राष्ट्राध्यक्ष, मंत्रीगण, बहु-राष्ट्रीय कंपनी के सीईओ, मेयर सहित एवं अनुभवी फैकल्टी द्वारा प्राख्यान दिए जाते हैं।

Full View

Tags:    

Similar News