दीदी हमारी अपर कलेक्टर है: अपर कलेक्टर तनुजा सलाम की गाड़ी रोकी तो थाने में हंगामा, एसपी बोले- नशे में नहीं थे जवान, देखिए क्या लिखा एसपी ने...

Update: 2022-08-04 07:03 GMT

दुर्ग। अमलेश्वर थाने में बुधवार की रात हाई प्रोफाइल ड्रामा हुआ। अपर कलेक्टर तनुजा सलाम की सरकारी गाड़ी से उनके भाई और भांजे जा रहे थे तो उन्हें पुलिस ने रोका। इस बात पर पहले अपर कलेक्टर के भाई भांजों ने हंगामा किया। फिर बाद में अपर कलेक्टर तनुजा खुद थाने पहुंच गई और सारे पुलिस स्टाफ पर नशे में होने का आरोप लगा दिया। रात में ही एल्कोमीटर से जांच कराई गई। इसके बाद एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने खुद ही ग्रुप में जांच के दौरान की वीडियो और रिपोर्ट शेयर कर बताया कि पुलिस जवान नशे में नहीं थे। बता दें कि इससे पहले भी तनुजा सलाम शिक्षकों को अपशब्द कहने के मामले में विवादों से घिर चुकी हैं।

अमलेश्वर थानेदार राजेंद्र यादव और अपर कलेक्टर के भाई के बीच हुए विवाद में दुर्ग एसपी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इसके मुताबिक, 3 अगस्त की रात रायपुर से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग करने पॉइंट पर थाना अमलेश्वर के सामने निरीक्षक राजेंद्र यादव उपनिरीक्षक विजय मिश्रा उप निरीक्षक सीदार व अन्य दो स्टाफ चेकिंग ड्यूटी पर थे। महादेव घाट की ओर एक सफेद रंग की कार जा रही थी जिसे रोका गया और कहां जा रहे हैं, पूछने पर घूमने जा रहे है। बाद में केक लाने जा रहे हैं, कहा गया।

गाड़ी में सामने अपर कलेक्टर लिखा था जिस पर पुलिस ने पूछा कि कौन अधिकारी बैठे हैं पूछे जाने पर नहीं बैठे हैं, बताया गया तब निरीक्षक राजेंद्र यादव द्वारा कहा गया कि जब अधिकारी नहीं रहते तब इसे लाल पट्टी से ढक दिया करो, गाड़ी का दुरुपयोग मत करो, रात में मत घूमो, गाड़ी को वापस कराया गया। इस बात पर अपर कलेक्टर अंबिकापुर तनुजा सलाम उनके भाई भांजे के साथ थाना आकर सभी स्टाफ शराब के नशे में हैं और बदतमीजी से बात कर गाली गलौज किए हैं का आरोप रात्रि गश्त टीम पर लगाया गया। तनुजा सलाम मैडम के द्वारा नायब तहसीलदार पाटन डीकेश्वर साहू, नायब तहसीलदार आलोक वर्मा को उपस्थित स्टाफ का एमएलसी कराने डॉक्टर को झिट से बुलवाया गया जिसमें अन्य स्टाफ में अल्कोहल नेगेटिव पाया गया।

वहीं इस मामले में बुधवार की रात महिला अपर कलेक्टर तनुजा सलाम भी थाने पहुंची थी। अपर कलेक्टर ने भाइयों के साथ पुलिस के दवारा मारपीट और धक्का-मुक्की व जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने टीआई और पूरे स्टाफ का मेडिकल कराने की मांग भी की थी। थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराने पर सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

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