IPS Suraj Singh Biography in Hindi: आईपीएस सूरज सिंह का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस सूरज सिंह?

IPS Suraj Singh Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth:– सूरज सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी है। वे मूलतः उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। आईपीएस बनने से पहले आईआरएस में भी उनका चयन हुआ था।

Update: 2024-07-01 08:56 GMT

IPS Suraj Singh

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एनपीजी। सूरज सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के आईपीएस है। मूलतः वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। सूरज सिंह पूर्व में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया मैं भी नौकरी कर चुके हैं। कर्मचारी चयन आयोग में भी उनका चयन हुआ था। आईपीएस बनने से पहले भारतीय राजस्व सेवा के लिए भी वे चयनित हुए थे। सोशल मीडिया साइट एक्स पर उनके एक लाख से अधिक फॉलोअर है। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा:–

सूरज सिंह उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। उनका जन्म 22 मार्च 1985 को हुआ था। उन्होंने पांचवी तक की पढ़ाई जौनपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहकर की। इस गांव में सूरज सिंह के दादा-दादी रहते थे। सूरज सिंह के दादा उन्हें देश भक्तों की कहानियां सुना कर देशभक्ति हेतु प्रेरित करते थे। इसके बाद वह अपने माता-पिता के साथ कानपुर जिले के जाजम उप नगर चले गए। वहां के हिंदी मीडियम स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की। स्कूली पढ़ाई के दौरान सन 2000 में तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन के हाथों क्रिएटिव राइटिंग और कविता के क्षेत्र में "राष्ट्रीय बाल श्री पुरस्कार जीता।" 2001 में 12वीं बोर्ड की परीक्षा 81% अंकों के साथ उत्तीर्ण की। उन्हें सभी विषयों में डिक्टेंशन नंबर मिले थे।

सूरज सिंह के घर की माली हालत कुछ अच्छी नहीं थी। उनके पिता पर के संयुक्त परिवार की जवाबदारी थी। पिता का हाथ बढ़ाने के लिए उन्होंने एक दोस्त के साथ किराए का कमरा लेकर अंग्रेजी की कोचिंग सेंटर खोल ली। फिर कुछ ही समय बाद मकान मालिक से विवाद के कारण उन्हें कोचिंग बंद करना पड़ा। सूरज सिंह इसके बाद प्राइवेट बीपीओ में जॉब की तैयारी करने लगे। इससे पहले उन्होंने हिंदुस्तान युनिलीवर में मार्केटिंग की जॉब की। पर इसमें उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। फिर exl कंपनी में कॉल सेंटर में एक्जीक्यूटिव के लिए अप्लाई किया। 19 साल की उम्र में वह नौकरी करने के लिए नोएडा चले गए। बीपीओ में नौकरी करने के साथ उन्होंने ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन किया।

सरकारी नौकरी के चाह में उन्होंने आठ बैंक के पीओ के एग्जाम दिलाए। सभी में वे चयनित हुए। बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र में ज्वाइन कर ठाणे की शाखा में 4 महीने तक काम किया। इस दौरान उनका चयन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में हो गया। स्टेट बैंक में उन्होंने दिल्ली, रुड़की, आगरा की शाखा में एक साल तक काम किया प्रोबेशन पूरा होने पर उन्हें चमोली स्टेट बैंक में मैनेजर बनाया गया। पर उन्होंने ज्वाइन नहीं किया और नौकरी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा ऑल इंडिया लेवल पर 23 वें रैंक के साथ निकाल कर सीमा शुल्क और उत्पाद विभाग निरीक्षक बने। साथ ही उन्होंने तैयारी भी जारी रखी।

यूपीएससी में चयन:–

2011 में दिए प्रथम प्रयास में सूरज सिंह का यूपीएससी का प्री भी नही निकला। दुसरी बार 2012 में मेंस तक पहुंचे। तीसरे में भी उन्हें सफलता नहीं मिली। चौथे प्रयास में भारतीय राजस्व सेवा के लिए चयनित हुए। पांचवे प्रयास में 189 वें रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने।

प्रोफेशनल कैरियर:–

सूरज सिंह ने 7 सितंबर 2015 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। प्रशिक्षु आईपीएस के तौर पर वे राजनांदगांव जिले में पदस्थ हुए। जिसके बाद सूरज सिंह रायपु जिले में सीएसपी रहें। फिर दंतेवाड़ा जिले में एडिशनल एसपी रहे। वहां उन्होंने युवाओं को जागरूक करने के लिए शॉर्ट मूवी नई सुबह का सूरज बनाया। राज्यपाल के एडीसी भी रहे। चौथीं बटालियन माना के कमांडेंट रहें। सूरज सिंह परिहार गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पुलिस ओएसडी के बाद पहले एसपी बने। वहां उन्होंने विद्यार्थियों के लिए जन सहयोग से लाइब्रेरी बनवाई। वर्तमान में सूरज सिंह परिहार कोरिया जिले के पुलिस अधीक्षक हैं।

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