IPS Amar Singh Chahal: आईजी रैंक से रिटायर्ड हुए आईपीएस अधिकारी ने खुद को मारी गोली, सायबर फ्रॉड में गंवाए आठ करोड़ रुपए, डीजीपी के नाम लिखा सुसाइड नोट

IPS Amar Singh Chahal: पंजाब पुलिस के आईजी रैंक के रिटायर्ड आईपीएस अमर सिंह चहल ने लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने आवास में खुद को गोली मार ली। उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गोली मारने से पहले उन्होंने 12 पेज का सुसाइड नोट पंजाब के डीजीपी के नाम पर छोड़ा है। जिसमें उन्होंने सायबर फ्रॉड में 8 खरीदी रुपए गंवाने की बात कही है।

Update: 2025-12-22 13:15 GMT

IPS Amar Singh Chahal: पटियाला। आईजी रैंक रिटायर्ड हुए आईपीएस अधिकारी अमर सिंह चहल ने अपने आवास में खुद को गोली मार ली। जिस समय खुद को रिटायर्ड आईपीएस ने गोली मारी उस वक्त वो घर में अकेले थे, उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गोली मारने से पहले उन्होंने डीजीपी गौरव यादव के नाम से 12 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है।

रिटायर्ड आईपीएस अमर सिंह चहल पटियाला में रहते हैं। एक समय उनकी गिनती पंजाब के ताकतवर पुलिस अधिकारियों में होती थी। उन्होंने अपने निवास में लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारी। इस संबंध में पटियाला के पुलिस अधीक्षक वरुण शर्मा ने बताया कि गोली चलने की सूचना मिलने पर पुलिस टीमें तत्काल चहल के आवास पर पहुंची और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां आईसीयू में उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वही उनके आवास को सील कर दिया गया है।

साइबर फ्रॉड के हुए थे शिकार

रिटायर्ड आईपीएस अमर सिंह चहल ने पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को संबोधित 12 पेज के अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वे बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं। हाल ही में वे आईपीएस व्हाट्सएप ग्रुप नमक ग्रुप से जुड़े थे। इस ग्रुप में उन्हें निवेश संबंधी एक जानकारी मिली, जिसमें निवेश करने पर भारी मुनाफे का लालच दिया गया। झांसे में आकर उन्होंने 8 करोड़ रुपए लगा दिए। यह रकम उन्होंने रिटायरमेंट में मिली राशि के अलावा रिश्तेदारों और मित्रों तथा परिचितों से उधार लेकर लगाया था। बाद में पता चला कि वह ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर फ्रॉड गिरोह के जाल में फंस गए हैं। रिश्तेदारों और मित्रों को उधर नहीं लोटा पानी और उनके भरोसे को तोड़ने तथा बड़े वित्तीय नुकसान झेलने के बाद आर्थिक अभाव के चलते वे मानसिक दबाव सह नहीं पाए और खुद को गोली मार ली।

गोलीकांड से आए थे चर्चा में...

अमर सिंह चहल 2015 में हुए कोटकपूरा और बहबलकला गोलीकांड में दो लोगों की मौत के बाद चर्चाओं में आए थे। अक्टूबर 2015 में गुरु ग्रंथ साहेब के अपमान को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी थी। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मुकदमा कायम किया गया था और एसआईटी से जांच करवाई गई थी। इस में मामले में वे आरोपी रह चुके हैं। पंजाब पुलिस के एडीजीपी एलके यादव के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम एसआईटी ने 24 फरवरी 2023 को फरीदकोट की विशेष न्यायालय में इस मामले में चालान पेश किया था। चालान में चहल के अलावा तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, गृहमंत्री सुखबीर सिंह बादल, डीजीपी सुमेध सिंह सैनी, आईजी परमराज सिंह उमरानंगल, पूर्व डीआईजी अमर सिंह चहल, पूर्व एसएसपी सुखमिंदर सिंह मान और एसएसपी चरनजीत सिंह शर्मा को नामजद किया गया था।

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