IAS Kamal Preet Singh Biography in Hindi: आईएएस कमलप्रीत सिंह का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस कमलप्रीत सिंह...
IAS Kamal Preet Singh Biography Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: आईएएस कमल प्रीत सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस हैं। वे 2002 बैच के आईएएस हैं। एमबीबीएस के बाद यूपीएससी में 28 वां रैंक लाकर कमल प्रीत सिंह आईएएस बने। वर्तमान में वे सचिव रैंक के अफसर हैं।
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एनपीजी। छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस कमलप्रीत सिंह 2002 बैच के आईएएस अफसर हैं। वे मूलतः पंजाब के रहने वाले हैं। एमबीबीएस के बाद उन्होंने आईएएस की सेवा ज्वाइन की। वर्तमान में वे सचिव लोक निर्माण विभाग के अलावा प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पद पर हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में..
जन्म और शिक्षा:–
आईएएस कमलप्रीत सिंह मूलतः पंजाब के रहने वाले है। उनका जन्म 24 सितंबर 1977 को हुआ है। उनका जन्म लुधियाना जिले के अहमदगढ़ गांव में हुआ था।उनका परिवार लुधियाना के अहमदगढ़ कस्बे के में बस गया था । कमलप्रीत सिंह के माता–पिता दोनों शिक्षक थे। उनका भाई व बहन माता पिता का परिवार था।
द्वितीय प्रयास में 28 वें रैंक के साथ चयन:–
कमलप्रीत सिंह ने एमबीबीएस करने के बाद यूपीएससी की तैयारी की। उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र व साइकोलाजी विषय चुने थे। प्रथम प्रयास में कमलप्रीत सिंह का प्री तो निकला पर मेंस क्लियर नही हुआ। दूसरे प्रयास में उन्होंने प्री के साथ मेंस क्लियर किया और इंटरव्यू में पहुंच 28 वें रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक करने में सफलता पाई।
नोटबंदी और कोरोना में किया सरहनीय कार्य:–
नोटबंदी के समय कमलप्रीत सिंह वित्त सचिव के प्रभार में थे। इस दौरान आरबीआई से समन्वय बनाया। आरबीआई से आए नोटों को बैंकों को बिना बाधा के वितरित करवाना। नोट बंदी के समय धान खरीदी चल रही थी,जिसके कारण सहकारी बैंकों को समुचित व सुरक्षित रूप से नए नोटा की आपूर्ति करवाई ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न ना हो। नोटबंदी के चलते ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने यूपीआई, पेटिएम, डिजिटल पेमेंट को राज्य भर में प्रमोट किया। ठेले खोमचे वालो को भी डिजिटल पेमेंट अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसी तरह कोरोना लॉक डाउन के समय में कमलप्रीत सिंह खाद्य सचिव थे। इस दौरान पूरे प्रदेश में राशन की निर्बाध आपूर्ति सुरक्षित करना वह गरीबों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाने का सिस्टम बनाना कमलप्रीत सिंह ने बेहतरीन तरीके से किया। उसके अलावा बाहर से प्रदेश वापस लौटने वाले मजदूरों के परिवहन के लिए बसों की व्यवस्था, ट्रेनों का समन्वय बनाया। लद्दाख में फंसे छत्तीसगढ़ के जांजगीर– चांपा के मजदूरों को सकुशल छत्तीसगढ़ वापस लाने का काम किया।
जीवनसाथी:–
डॉक्टर कमलप्रीत सिंह ने अपना जीवन साथी डॉक्टर को ही चुना। उनकी पत्नी एमबीबीएस डॉक्टर हैं।
खेलों में रुचि:–
डॉक्टर कमलप्रीत सिंह को खेलों में विशेष रुचि है। मेडिकल बैकग्राउंड से होने के नाते डॉक्टर कमलप्रीत सिंह काम के अलावा अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक है। वे एमबीबीएस की पढ़ाई के समय से ही जिम करते आ रहे हैं। इसके अलावा उन्हें बैडमिंटन खेलने में भी रुचि है।
होम कैडर का विकल्प होने के बाद भी चुना छत्तीसगढ़:–
आईएएस कमलप्रीत सिंह का यूपीएससी में रैंक 28 था। इतनी बेहतरीन रैंकिंग होने पर उन्हें अपना गृह राज्य पंजाब होम कैडर के रूप में एलॉट हो सकता था। पर गृह राज्य में जान पहचान रिश्तेदारी होने की वजह से काम के निष्पक्षता प्रभावित न हो इसलिए कमलप्रीत सिंह ने होम कैडर की बजाय छत्तीसगढ़ कैडर चुना।
प्रोफेशनल कैरियर:–
आईएएस कमलप्रीत सिंह राज्य सरकार के लगभग– लगभग सभी विभागों में रह चुके हैं। वे सचिव समान्य प्रशासन विभाग, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय, मिशन निदेशक समग्र शिक्षा,कृषि उत्पादन आयुक्त, सचिव कृषि एवं कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी,सचिव वाणिज्य एवं उद्योग, वित्त, सार्वजनिक उपक्रम विभाग, सचिव वाणिज्यकर ( आबकारी)विभाग तथा आयुक्त आबकारी ,प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन के पद पर रहें है। वर्तमान में वे सचिव लोक निर्माण विभाग के अलावा प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पद पर हैं।