IAS Abhishek Prakash Suspend: कौन है आईएएस अभिषेक प्रकाश, 5% कमीशन के चक्कर में हो गए ससपेंड, जाने पूरा मामला

IAS Abhishek Prakash Suspend: योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सीनियर आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश(IAS Abhishek Prakash) को सस्पेंड कर दिया है.

Update: 2025-03-21 04:39 GMT
IAS Abhishek Prakash Suspend: कौन है आईएएस अभिषेक प्रकाश

IAS Abhishek Prakash Suspend

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IAS Abhishek Prakash Suspend: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर बड़ा एक्शन लिया है. योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सीनियर आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश(IAS Abhishek Prakash) को सस्पेंड कर दिया है.  यह कार्रवाई रिश्वतखोरी की शिकायत के बाद हुई है.

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक़, 2006 बैच के आईएएस अभिषेक प्रकाश वर्तमान में सचिव औद्योगिक विकास विभाग व इन्वेस्ट यूपी के CEO की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. एक उद्यमी ने सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए इन्वेस्ट यूपी में आवेदन किया था. इसके लिए उनसे एक निकांत जैन नामक बिचौलिए द्वारा उद्यमी से कमीशन मांगा गया. 

इसके बाद 20 मार्च को SAEL Solar P6 प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से विश्वजीत दत्ता शिकायत की.  शिकायतकर्ता ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश में सोलर सेल, सोलर पैनल व सोलर प्लांट के पुर्जे बनाने की फैक्ट्री लगाना चाहते हैं. इसके लिए इन्वेस्ट यूपी के ऑफिस और ऑनलाइन प्रार्थना पत्र भेजा गया था. इसके संबंध में मूल्यांकन समिति की बैठक हुई थी. इस दौरान इन्वेस्ट यूपी के वरिष्ट अधिकारी ने एक प्राइवेट व्यक्ति निकांत जैन का नंबर दिया. अधिकारी ने कहा अगर जैन जी कहेंगे तो एम्पावर्ड कमेटी और कैबिनेट से तुरंत अनुमोदित हो जाएगा. 

जब निकांत जैन से बात की गयी तो निकांत जैन ने पूरे मामले के लिए 5% कमिशन की मांग की. इसके लिए हमने मना कर दिया. मगर 5% कमिशन नहीं देने के कारण कमेटी की संस्तुति के बावजूद पत्रावली में प्रकरण टाल दिया गया. कंपनी ने कमीशन नहीं दिया तो 12 मार्च 2025 को हुई बैठक में मूल्यांकन समिति ने कंपनी को Letter of Comfort की संस्तुति भी कर दी, लेकिन अभिषेक प्रकाश ने इसे को Reevaluate करने के लिए कह दिया. 

शिकायतकर्ता ने कहा, मेरा अनुरोध है कि इन लोगों पर कार्रवाई कर हमारे प्रोजेक्ट को स्वीकृत करने की कृपा करें. इस शिकायत का संज्ञान लेकर सीएम योगी ने कार्रवाई की. इस मामले की जांच की गयी और जांच के बाद सचिव औद्योगिक विकास विभाग व इन्वेस्ट यूपी के सीईओ आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही कमीशन मांगने वाले निकांत जैन को भी गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है. 

कौन है आईएएस अभिषेक प्रकाश

आईएएस अभिषेक प्रकाश सीएम योगी के करीबी अधिकारी माने जाते थे. आईएएस अभिषेक प्रकाश लंबे समय तक लखनऊ के डीएम रह चुके हैं. वो हमीरपुर, बरेली और अलीगढ़ जिले में डीएम और कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. इससे पहले भी उनपर अनियमितताओं का आरोप लग चूका है. तो चलिए आईये जानते हैं उनके बारे में...

आईएएस अभिषेक प्रकाश 2006 बैच के अधिकारी हैं. वो बिहार के रहने वाले हैं उनका जन्म 21 दिसंबर 1982 में हुआ था. उन्होंने आईआईटी रुड़की से बीटेक की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और पब्लिक पॉलिसी में एमए किया. उन्होंने 2005  में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की. जिसमे उन्होंने ऑल इंडिया आठवीं रैंक हासिल की थी. अभिषेक प्रकाश को उत्तरप्रदेश कैडर मिला. 

उत्तरप्रदेश ने उन्होंने कई बड़ी जिम्मेदारी संभाली है. साल 2011-12 में लखीमपुर खीरी जिले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं.  वो लखनऊ, हमीरपुर, बरेली और अलीगढ़ जिले में डीएम और कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. वित्त विभाग और स्वास्थ्य विभाग में विशेष सचिव भी रह चुके हैं. 2020 से 25 जुलाई 2021 तक लखनऊ डीएम के साथ ही एलडीए वीसी की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. 





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