IAS Aayush Oak Biography: जानिए कौन है 2 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में निलंबित आईएएस आयुष ओक, कलेक्टर आयुष को किया गया निलंबित...

IAS Aayush Oak Biography: आयुष ओक गुजरात कैडर के 2011 बैच के आईएएस है। वे मूलतः महाराष्ट्र के रहने वाले है। वलसाड कलेक्टर रहने के दौरान भूमि के मामले में सरकारी जमीनों को नुकसान पहुंचाने के मामले में उन्हें सरकार ने निलंबित किया है।

Update: 2024-06-12 16:45 GMT

IAS Aayush Oak

IAS Aayush Oak Biography: अहमदाबाद। गुजरात राज्य के वलसाड के कलेक्टर आयुष ओक को 2 हजार करोड रुपए के जमीन घोटाले में निलंबित कर दिया गया है। सूरत के कलेक्टर रहते हुए जमीन के मामले में गफलत को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कलेक्टर आयुष ओक को निलंबित किया है। आयुष ओक निलंबन से ब्यूरोक्रेसी में चर्चाओं का बाजार गर्म है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय पाटन नियत किया गया है।

2011 बैच के आईएएस आयुष ओक वर्तमान में वलसाड़ जिले के कलेक्टर थे। पूरा मामला सूरत में कलेक्टर रहने के दौरान जुड़ा है। ओक 23 जून 2021 से 1 फरवरी 2024 तक सूरत के कलेक्टर रहे हैं। आयुष ओक पर आरोप है कि उन्होंने सूरत से ट्रांसफर से कुछ दिन पहले सरकारी जमीनों को लेकर विवादित फैसले किए थे। ओ गणेश कथित तौर पर 2000 करोड रुपए की सरकारी जमीन के बंजर टुकड़े के किराएदार के रूप में एक व्यक्ति का नाम डालने का आदेश पारित किया था। कांग्रेस नेता दर्शन नाइक ने शिकायत की थी कि उन्होंने अपने से पहले के कलेक्टर राजेंद्र कुमार के आदेश को दरकिनार कर डुमास में 2 लाख 17 हजार वर्ग मीटर सरकारी बंजर जमीन के किराएदार के रूप में कृष्णमुखलाल भगवानदास का नाम डालने के लिए स्वप्रेरणा से आदेश पारित करने का आरोप लगाया था। इस भूमि की अनुमानित कीमत 2 हजार करोड़ रुपए है। नाइक ने 20 मई को मुख्यमंत्री को शिकायत करते हुए बताया था कि वलसाड कलेक्टर के रूप में उनके तबादला से दो दिन पहले आयुष ओक ने इसकी शिकायत की थी।

सरकार को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचाने की शिकायत की गई थी। 29 जनवरी को सिटी प्रोविंस की रिपोर्ट के बाद भी तमाम कब्जाधारियों के पक्ष में फैसला सुनाया था। सिटी प्रोविंस की रिपोर्ट में तमाम फैक्ट्स थे इसके बाद भी कलेक्टर आयुष ने यह निर्णय किया था। इससे सरकारी खजाने को काफी नुकसान पहुंचा। आचार संहिता खत्म होने के बाद सरकार ने जांच करवाई और सबूत पाए जाने पर कलेक्टर को निलंबित कर दिया।

निलंबन आदेश में सरकार ने लिखा है कि आयुष ओके खिलाफ गंभीर लापरवाही के आरोपी के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही पर विचार किया जा रहा है। उनके गंभीर लापरवाही के कारण राजस्व भूमि के मामले से निपटने के दौरान सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है जिसके चलते उन्हें निलंबित कर उनका मुख्यालय पाटन जिले में होगा। उन्हें हर महीने यह प्रमाण पत्र पेश करना होगा कि वह किसी अन्य रोजगार व्यवसाय या पेशे से नहीं जुड़े हैं। जिले के एडिशनल कलेक्टर एआर झा अगले आदेश तक वलसाड कलेक्टर का कार्यभार संभालेंगे। आदेश में यह भी कहा गया है कि निलंबन अवधि के दौरान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव कार्मिक के पूर्व मंजूरी के बिना आयुष जिला पाटन नही छोड़ेंगे।

कौन है आयुष ओक:–

आयुष ओक गुजरात कैडर के 2011 बैच के आईएएस अधिकारी है। उनके पिता आर्किटेक्ट थे और उनकी मां सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कर्मचारी थीं। उनका परिवार महाराष्ट्र के पुणे में रहता है। पुणे से स्कूलिंग करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग किया फिर आईटी कंपनी में नौकरी करने लगे। आठवां नौकरी करने के बाद यूपीएससी की 3 साल तक तैयारी की। फिर यूपीएससी निकालकर आईएएस बन गए।

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