Coal Scam: IAS समीर विश्नोई, रानू साहू, सौम्या चौरसिया हुए जेल से रिहा, सुप्रीम कोर्ट ने दी सभी मामलों में जमानत...
Coal Scam: कोल लेवी घोटाले के आरोपी आईएएस रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, रजनीकांत तिवारी, वीरेंद्र जायसवाल, संदीप नायक आज जेल से रिहा हो गए. सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले सभी छह आरोपियों को सशर्त जमानत देते हुए रिहाई का आदेश दिया था।

Sameer Vishnoi, Ranu Sahu, Saumya Chaurasia
Coal Scam: रायपुर। कोल लेवी घोटाले के आरोपी आईएएस रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, रजनीकांत तिवारी, वीरेंद्र जायसवाल, संदीप नायक आज जेल से रिहा हो गए । सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले सभी छह आरोपियों को सशर्त जमानत देते हुए रिहाई का आदेश दिया था। जमानत पर रिहा होने के बाद सभी आरोपियों को छत्तीसगढ़ छोड़ना होगा। इसके अलावा जांच एजेंसियों की जांच में पूरी सहयोग करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने हिदायत दी है कि जमानत पर रिहाई के बाद गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ सरकार को यह भी छूट दी है कि इस बीच अगर पुख्ता सबूत मिलता है कि आरोपी जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं तो जमानत रद्द करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है।
इनके खिलाफ ये हैं मामले
छत्तीसगढ़ के कोल लेवी घोटाला के अलावा शराब और डीएमएफ घोटाले की जांच एसीबी, ईओडब्लू और ईडी कर रही है। कोल घोटाले की जांच सबसे पहले एसीबी ने प्रारंभ की थी। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि कमीशन के रूप में मिली भारी भरकम राशि का निवेश अलग-अलग क्षेत्रों में किया गया है। ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। इसी बीच डीएमएफ घोटाला भी फूटा। डीएमएफ घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू के पास है।
सुप्रीम कोर्ट ने किया सभी को क्लब
दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट से इन सभी को जमानत मिलने के बाद ये खबर आई थी कि अन्य मामलों की वजह से ये अभी जेल में रहेंगे। मगर आज अचानक खबरें चलनी शुरू हुई कि वे जमानत पर रिहा हो जाएंगे। दरअसल, ये किसी को पता नहीं था कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी मामलों को क्लब कर एक साथ सुनवाई की और फिर सभी मामलों में जमानत दे दी।
रिहाई को लेकर पब्लिक डोमेन में होते रही चर्चा
दो साल से जेल में बंद रानू साहू, सौम्या चौरसिया सहित छह की रिहाई को लेकर कल पूरे दिन पब्लिक डोमेन में चर्चा होती रही। राजधानी रायपुर में राजनीति और प्रशासनिक सरगर्मी भी तेज रही। तीनों प्रमुख जांच एजेंसियों के कानूनी सलाहकार सहित अधिवक्ताओं की सक्रियता भी बनी रही। कल दोपहर में ये भी बात आई कि शाम तक ये सभी जेल से बाहर आ जाएंगे। मगर बताते हैं, बेल का पेपर तैयार न हो पाने की वजह से वे कल जेल से छूट नहीं पाए।
दो साल से जेल में
कोल लेवी घोटाले में ईडी ने पहली गिरफ्तारी की थी आईएएस समीर विश्नोई की। तब वे डायरेक्टर माईनिंग थे। उनके घर पर 10 अक्टूबर 2022 को ईडी ने छापा मारा था। पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर 2022 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद ईडी ने 2 दिसंबर 2022 को सौम्या चौरसिया और 22 जुलाई 2023 को आईएएस रानू साहू को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ये सभी जेल में हैं।