Bilaspur News: आईएएस-आईपीएस दंपती संभालेंगे शहर: पति के हवाले शहर का विकास और पत्‍नी के हाथों में सुरक्षा

Chhattisgarh News:

Update: 2024-01-27 15:37 GMT

Chhattisgarh News: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में सरकार ने इसी सप्‍ताह करीब दर्जनभर आईएएस अफसरों का ट्रांसफर किया है।इनमें ज्‍यादातर अफसर नगरीय निकायों और जिला पंचायत आदि में पदस्‍थ हैं। इनमें आईएएस अमित कुमार भी शामिल हैं। राजनांदगांव जिला पंचायत में पदस्‍थ 2019 बैच के आईएएस अमित कुमार को राज्‍य की न्‍यायधानी बिलासपुर के नगर निगम का कमिश्‍नर बनाया गया है।

राजधानी रायपुर के बाद बिलासपुर को छत्‍तीसगढ़ का सबसे महत्‍वपूर्ण शहर माना जाता है। छत्‍तीसगढ़ हाईकोर्ट के साथ ही वहां रेलवे का जोन और डिविजनल हेड क्‍वाटर है। ऐसे में इस शहर पर हर किसी की नजर रहती है। सरकार ने अमित कुमार इस वीवीआईपी शहर की कमान सौंपी है। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि आईएएस अमित कुमार की आईपीएस पत्‍नी पूजा कुमार पहले से बिलासपुर में ही पदस्‍थ हैं। 2020 बैचे की आईपीएस पूजा कुमार बिलासपुर ( सिटी एसपी) सीएसपी हैं। ऐसे में शहर का विकास और उसकी सुदंरता की जिम्‍मेदारी पति संभालेंगे तो कानून-व्‍यवस्‍था के साथ सुरक्षा की जिम्‍मेदारी आईपीएस पत्‍नी के हाथों में होगी। संभवत: यह पहला मौका होगा जब आईएएस और आईपीएस दंपती एक साथ एक ही शहर में पदस्‍थ किए गए हैं। हालांकि, राज्य बनने से पहले मध्यप्रदेश के दौर में बिलासपुर में डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक रहे और उनकी पत्नी कल्पना श्रीवास्तव डीआरडीए की डायरेक्टर रहीं। उस समय जिला पंचायत की जगह डीआरडीए होता था। फर्क यह है कि अमित और उनकी पत्नी, दोनों के पास शहर का दायित्व है।

आईएएस अमित कुमार का छत्‍तीसगढ़ से है गहरा नाता

आईएएस अमित कुमार मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं पर उनकी स्कूलिंग छत्तीसगढ़ में ही हुई है। अमित कुमार के पिता एसईसीएल में नौकरी करते थें। उनकी पोस्टिंग वर्तमान सूरजपुर ( पूर्व में अंबिकापुर) जिले के भटगांव में थी। अमित का जन्म छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में ही 1 जुलाई सन् 1993 को हुआ था। पिता की नौकरी के कारण अमित कुमार की स्कूलिंग छत्तीसगढ़ में हुई है। उनकी पढ़ाई भटगांव के डीएवी स्कूल में हुई है। अमित कुमार ने स्कूलिंग पूरी करने के बाद आईआईटी आईएसएम धनबाद से ग्रेजुएशन और अप्लाईड जिओलॉजी में मास्टर्स किया है। यूपीएससी में सलेक्ट होने से पूर्व कुछ समय तक अमित कुमार ने सेल कंपनी में इंटर्नशिप भी किया है।

2016 में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अमित कुमार ने आईएएस की तैयारी शुरू की। उन्होंने फर्स्ट एग्जाम 2017 में दिया। प्रथम प्रयास में प्री एग्जाम तो क्लियर किया पर मैंस निकाल कर वे इंटरव्यू में नही पहुंच पाए। अपने दूसरे प्रयास में अमित कुमार ने रणनीति बनाकर तैयारी की और 91 रैंक लाकर सफलता हासिल की। अमित कुमार को 2019 बैच और तमिलनाडु कैडर एलॉट हुआ था। अमित कुमार तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई और विरुदाचलम कुडाल्लोर जिले में सहायक कलेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने कैडर चेंज पॉलिसी के तहत कैडर चेंज कर छत्तीसगढ़ कैडर चुना है। उनकी पत्नी को चूकि छत्तीसगढ़ कैडर मिला था इस बेस पर उनका कैडर चेंज हो गया।

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