HMPV: HMPV वायरस की मानिटरिंग के लिए विष्‍णुदेव सरकार ने बनाई कमेटी: रोकथाम, जगरुकता और बचाव पर देगी सुझाव

HMPV: ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस को लेकर छत्‍तीसगढ़ सरकार ने एक तकनीकी कमेटी का गठन किया है। राज्‍य के संचालक महामारी नियंत्रक को इस कमेटी का अध्‍यक्ष बनाया गया है।

Update: 2025-01-08 12:14 GMT

HMPV: रायपुर। ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस की छत्‍तीसगढ़ में निगरानी और नियंत्रण के लिए विष्‍णुदेव साय सरकार ने तकनीकी कमेटी का गठन किया है। संचालक महामारी नियंत्रण डॉ. एसके पामभोई की अध्‍यक्षता में बनी इस कमेटी में आईडीएसपी के उप संचालक डॉ. खेमराज सोनवानी, डॉ. धर्मेंद्र गवई, सलाहकार आकांक्षा राणा और चयनिका नाग को सदस्‍य बनाया गया है।

बता दें कि एक दिन पहले ही स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री श्‍याम बिहारी जायसवाल ने HMPV वायरस को लेकर विभाग की बैठक ली थी। मंत्री जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों की टीम सतत रूप से इस वायरस के बारे में निगरानी रख रही है और इसके लक्षणों एवं प्रभाव के बारे में भी अध्ययन कर रही है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी के बाद से ही किसी भी प्रकार के आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि इस वायरस को रोकें और साथ ही इससे लड़ने के लिए आम जनता को भी जागरूक करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वायरस पहले भी रिपोर्ट किया जा चुका है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी जरूरी है । उन्होंने आम जनता से स्वच्छता पर जोर देने की बात कही है।

वायरस से बचने के लिए ये करें

विशेषज्ञों के अनुसार एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए भीड़ वाली जगह से दूरी बना कर रखें, सर्दी खांसी बुखार वाले मरीजों के के संपर्क में नहीं आएं, सर्दी खांसी बुखार के लक्षण पर तत्काल स्थानीय अस्पताल में जांच कराएं। ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। खांसते व छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढंके, अपने हाथों को साबुन एवं सेनेटाइजर से साफ करते रहें, यदि बीमार हैं तो घर पर रहें, ज्यादा पानी पीएं एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करें।

ये काम न करें

सर्दी, खांसी व बुखार होने पर अथवा सामान्य स्थिति में भी टिशू पेपर का दोबारा इस्तेमाल न करें। बार-बार आंख नाक व मुंह को न छूएं । सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें तथा डाक्टर से सलाह लिए बिना किसी भी दवा का इस्तेमाल न करें।

गौरतलब है कि एचएमपी वायरस खांसने, छींकने से निकलने वाले ड्रापलेट्स , संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने अथवा नजदीकी संपर्क में आने , दूषित सतह पर हाथ लगाने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। सर्दी, खांसी , बुखार तथा सर्दियों में सांस लेने में परेशानी इसके सामान्य लक्षण हैं। कुछ गंभीर केसेस में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी इस बीमारी के लक्षण हैं। देश के कुछ राज्यों में इसके मरीज मिलने की सूचना मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग का अमला अपनी तैयारी में जुट गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है जो आम तौर पर सर्दी के दिनों में दिखाई पड़ता है।



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