ED Raid in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में ED का छापा: डोंगरगढ़ से लेकर रायपुर तक चल रही जांच, जाने क्‍या है मामला

ED Raid in Chhattisgarh: केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज फिर राज्‍य के 2 शहरों में दबिश दी है। ईडी की टीमें एक कारोबारी के डोंगरगढ़ औ रायपुर स्थित ठिकानों पर जांच कर रही है।

Update: 2024-06-08 06:29 GMT

ED Raid in Chhattisgarh: रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम आते ही केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छत्‍तीसगढ़ में फिर सक्रिय हो गई है। ईडी ने आज राज्‍य के 2 शहरों में दबिश दी है। यह छापा कस्‍टम मिलिंग घोटाला की जांच के संबंध में मारा गया है। ईडी की टीमों ने राजनांदगांव राईसRajnandgaon Rice Mill Association, Rice Mill Association मिल एसोसिएशन के अध्‍यक्ष मनोज अग्रवाल के यहां पहुंची है। सूत्रों के अनुसार ईडी की टीमें अग्रवाल के डोंगरगढ़ और रायपुर (खम्‍हारडीह) स्थित ठिकानों पर तड़के 5 बजे पहुंची है। अग्रवाल राइस मिल एसोसिएशन के साथ ही डोंगरगढ़ बम्‍लेश्‍वरी मंदिर ट्रस्‍ट से भी जुड़े हुए हैं।

बता दें कि ईडी ने पिछले सप्‍ताह रायपुर, दुर्ग और खरोरा में छापा मारा था। रायपुर और दुर्ग में 2-2 और खरोरा में एक सहित कुल 5 ठिकानों पर जांच की गई। सूत्रों के अनुसार ईडी ने छापा राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व महासचिव प्रमोद अग्रवाल के यहां मारा था। एसोसिएशन के रायपुर स्थित कार्यालय और अध्‍यक्ष कैलाश रुंगटा के यहां भी पहुंची थी। ये छापे इस मामले में पकड़े गए खाद्य विभाग के विशेष सचिव मनोज सोनी और राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्‍यक्ष रोशन चंद्राकर से पूछताछ के आधार पड़े हैं।

जानिए...क्‍या है कस्‍टम मिलिंग घोटाला

कस्‍टम मिलिंग घोटला में भी ईडी की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। इस प्रकिया में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली की गई एवं अपने पद का दुरूपयोग करते हुए विभिन्न शासकीय अधिकारियों द्वारा राईस मिलर्स के साथ मिलीभगत कर असम्यक लाभ प्राप्त कर शासन को आर्थिक क्षति कारित की गई।

प्रीतिका पूजा को मनोज सोनी, प्रबंध संचालक मार्कफेड के मारफत रोशन चन्द्राकर के द्वारा निर्देश था कि उन्हीं राईस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है जिनकी वसूली की राशि रोशन चन्द्राकर को प्राप्त हुई है। किन राईस मिलर्स को भुगतान किया जाना है इसकी जानकारी संबंधित जिले के राईस मिलर्स एसोसिएशन के द्वारा मनोज सोनी के माध्यम से प्राप्त होती थी। आयकर विभाग के द्वारा की गई तलाशी की कार्यवाही से लगभग 1.06 करोड़ रूपये की कैश राशि प्राप्त हुई है जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं है।

साथ ही बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल डिवाईस प्राप्त हुए है। लगभन 140 करोड़ रूपये की अवैध वसूली राईस मिलर्स से किया जाना पाया गया है।राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफ.सी.आई. में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है में व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी एवं तत्कालीन डिस्ट्रीक्ट मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा कोरबा के द्वारा लोकसेवक के रूप में पदस्थ होते हुए अपने-अपने पद का दुरूपयोग कर, छत्तीसगढ़ स्टेट राईस मिलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट कैलाश रूंगटा, वाईस प्रेसीडेंट पारसमल चोपडा एवं कोषाध्यक्ष रोशन चन्द्राकर के साथ आपराधिक षडयंत्र कर की गई है, जो प्रथम दृष्ट्या अपराध धारा 120 बी, 409 भा.द.वि. एवं धारा 13 (1) (क) सहपठित धारा 13(2) एवं 11. अ.नि. अधि. के तहत अपराध कारित किया जाना पाया जाता है।

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