Collector, SP conference: कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के दूसरे दिन की बैठक शुरू:
Collector, SP conference:
Collector, SP conference: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में कलेक्टर्स-पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस के दूसरे दिन की समीक्षा बैठक शुरू हो गई है। मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हैं।
रायपुर रेंज की समीक्षा
बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव रायपुर रेंज की समीक्षा करते हुए कहा कि रायपुर प्रदेश की राजधानी है, यहां की पुलिसिंग बेस्ट हो ये बहुत ज़रूरी है। रायपुर में पिछली कुछ घटनाओं से राजधानी की छवि धूमिल हुई है।
रायपुर में भूमाफियों द्वारा शासकीय और आम लोगों की जमीन पर कब्जा की बहुत शिकायतें हैं, राजस्व और पुलिस मिल कर इसपर नियंत्रण करें। राजधानी में रात में गश्त बहुत जरूरी है यहां नशीली दवाइयों की बिक्री पर कार्रवाई बहुत जरूरी है , इनके इकोसिस्टम को तोड़िए और अपराध के जड़ में जाइए। नशे के खिलाफ स्कूल कॉलेज में अभियान चलाकर जागरूकता लाने की जरूरत है। रायपुर में पुलिस पेट्रोलिंग बराबर हो और संगठित अपराध पे लगातार कार्रवाई होनी चाहिए। सभी जिलों की पुलिस योजना बनाकर कार्रवाई करें ताकि अपराध और अपराधियों पे लगाम लगे।
राजनांदगांव रेंज की समीक्षा में सीएम की खरीखरी
प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव के अफसरों को खरीखरी सुनाई। उन्होंने कहा कि रेंज में कुछ जगह अच्छे काम हुए हैं, त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में अच्छी कार्रवाई हुई है लेकिन सिर्फ इतना पर्याप्त नहीं है।
अवैध शराब बिक्री की बहुत शिकायत है, पुलिस के संरक्षण के आरोप लगते है, ये बिलकुल नहीं होना चाहिए, अवैध शराब बिक्री पूरी तरह बंद होना चाहिए।
कई जगहों में जांच को लेकर काफी आक्रोश है, शिकायत मिलती है की जांच टीम सही से जांच नही कर रही, अधिकारी जांच में उपस्थित नही रहते है, ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, काम में लापरवाही बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।
बैठक में सबसे पहले बिलासपुर पुलिस रेंज में शामिल जिलों में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की गई। बिलासपुर रेंज का प्रेजेंटेशन देखने के बाद बोले सीएम विष्णुदेव: अपराध में कमी आई है, लेकिन...
बिलासपुर रेंज की समीक्षा करते हुए सीएम विष्णुदेव ने कहा कि बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन इससे संतोष करना नही है, हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है, पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई है, जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए।
सीएम ने कहा कि एसपी और कलेक्टर टीम भावना से आपसी समन्वय से काम करें। धार्मिक मामलों में लापरवाही न करें और तुरंत कार्रवाई करें। हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए , ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें। गौ-तस्करी व नशा एक बहुत बड़ी समस्या है, इस पर नियंत्रण पाना है, ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई करनी है।
दुर्ग पुलिस रेंज की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने रेंज में शामिल जिलों को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत बताई। कहा कि हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये सही नहीं है। कई मामलों में आरोपी फरार है, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए।
किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए। प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पे ना हो बल्कि वास्तव में हो। नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें।
आज की बैठक में जिलों में कानून और व्यवस्था सहित अपराधों की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की होगी समीक्षा साथ ही भविष्य में पुलिसिंग को और अधिक विश्वसनीय, पारदर्शी व उत्तरदायी बनाने की दिशा में किए जा सकने वाले सुझावों पर चर्चा की जाएगी।