Sansad Guharam Ajgalle Biography in Hindi: सांसद गुहाराम अजगल्ले का जीवन परिचय...

Sansad Guharam Ajgalle Biography: सांसद गुहाराम अजगल्ले जांजगीर-चांपा संसदीय क्षेत्र से 17वीं लोकसभा के लिए सांसद निर्वाचित हुए हैं। भाजपा की टिकट पर उन्होंने चुनाव जीता है।वे 14 वीं लोकसभा के लिए सारंगढ़ लोकसभा से भी सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रवि भारद्वाज को चुनाव हराया है। व राष्ट्रीय सचिव अनुसूचित जाति मोर्चा और प्रदेश प्रभारी उड़ीसा राज्य के अनुसूचित जाति मोर्चा के भी पदाधिकारी हैं।

Update: 2024-01-31 09:50 GMT

Sansad Guharam Ajgalle Biography: सांसद गुहाराम अजगल्ले जांजगीर– चांपा लोकसभा सीट से 17वीं लोकसभा के लिए दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं। वह पहली बार सारंगढ़ लोकसभा से 14वीं लोकसभा के लिए 2004 में सांसद निर्वाचित हुए थे। जांजगीर लोक सभा अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट हैं। गुहाराम अजगल्ले ने भाजपा की टिकट से चुनाव लड़कर कांग्रेस के प्रत्याशी रवि भारद्वाज को हराया है।

गुहाराम अजगल्ले का जन्म तत्कालीन रायगढ़ जिले ( वर्तमान सारंगढ़– बिलाईगढ़) के सारंगढ़ तहसील के ग्राम खैरा में 30 अप्रैल 1967 को हुआ था। उनके पिता का नाम टीकाराम व माता का नाम जानकी देवी है। गुहाराम अजगल्ले ने रायगढ़ में स्वामी बालकृष्ण पुरी विश्वविद्यालय से बीए स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है। पेशे से कृषक गुहाराम अजगल्ले की कुल संपत्ति 1 करोड़ 80 लाख रुपए है। गुहाराम का विवाह 3 जुलाई 1987 को कौशल्या अजगल्ले के साथ हुआ। उनके दो पुत्र व तीन पुत्रियां है।

गुहाराम जी का स्थाई निवास छोटे खियारा तहसील सारंगढ़ जिला सारंगढ़– बिलाईगढ़ है। गुहाराम को साहित्य अध्ययन में रुचि है। उन्होंने अपने राजनीति की शुरुआत भाजपा पार्टी से ही की है। भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता रहे गुहाराम अजगल्ले को भाजपा ने 2004 में 14वीं लोकसभा चुनाव में सारंगढ़ लोकसभा से चुनाव मैदान में उतारा था। यहां से पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए गुहाराम ने जीत हासिल की और भाजपा का परचम लहराया। उस चुनाव में एनडीए की सरकार वापसी नहीं कर पाई थी और चुनाव स्व.अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए लड़ा गया था। पर गुहाराम जीत हासिल करने में सफल रहें। चुनाव जीतने के बाद गुहाराम का 14वीं

लोकसभा में अपने कार्यकाल के दौरान उद्योग समिति में उनका योगदान आर्थिक मामलों और उद्योग से संबंधित मुद्दों में उनकी गहरी रुचि रखते हुए रहा है।

2009 और 14 के चुनाव में गुहाराम को दुबारा पार्टी ने मौका नहीं दिया। पर गुहाराम पार्टी के प्रति वफादार बने रहें और पार्टी के हित में काम करते रहें। जिसके ईनाम स्वरूप गुहाराम को 2019 के लोकसभा चुनाव में संसदीय क्षेत्र जांजगीर से चुनाव मैदान में उतारा गया। जांजगीर-चांपा लोक सभा क्षेत्र का अपना राजनीतिक महत्व है। यहां से प्रदेश की पहली महिला सांसद मिनी माता चुनाव जीत कर सांसद निर्वाचित हुई थीं। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक काशीराम भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। यह सीट लगातार कांग्रेस के कब्जे में रही थी जिसे सन 1989 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के दिलीप सिंह जूदेव ने जीत कर कांग्रेस से छीन भाजपा की झोली में डाल दिया। 1989 में दिलीप सिंह जूदेव ने कांग्रेस के प्रशांत मिश्रा को चुनाव हराया था। इस सीट का ऐसा राजनीतिक महत्व है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहें अर्जुन सिंह भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं।

यहां से भाजपा की टिकट पर दो बार कमला पाटले सांसद निर्वाचित हुई थी। भाजपा ने अपनी सिटिंग सांसद कमला पाटले का टिकट काट कर गुहाराम को 2019 के चुनाव में जांजगीर संसदीय क्षेत्र से चुनाव में उतारा। उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी रवि भारद्वाज के अलावा बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दाऊ राम रत्नाकर से भी था। जांजगीर संसदीय क्षेत्र में अकलतरा, सक्ती, जैजैपुर, पामगढ़, जांजगीर– चांपा विधानसभा आती है। भाजपा के गुहाराम को चुनाव में 572790 वोट मिले। कांग्रेस के रवि भारद्वाज को 489535 वोट मिले। बसपा के दाऊराम को 131387 को वोट मिले। भाजपा ने यहां जीत हासिल की। 17 में लोकसभा में पहुंचे गुहाराम अजगल्ले 13 सितंबर 2019 को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति और विज्ञान और प्रद्योगिकी,पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन पर बने स्थाई समिति के सदस्य हैं। इस पद पर रह कर वे व्यापार उद्योग और पर्यावरणीय स्थिरता से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों में सलाह देते हैं व लोकसभा की समिति को संबोधित करते हैं। वर्तमान में राष्ट्रीय सचिव अनुसूचित जाति मोर्चा और प्रदेश प्रभारी ओडिशा राज्य के अनुसूचित जाति मोर्चा के पदाधिकारी भी हैं।

Full View

Tags:    

Similar News