Champai Soren Biography in Hindi: जानें कौन हैं चंपई सोरेन जो बनेंगे झारखंड अगले मुख्यमंत्री, चंपई सोरेन की जीवनी

Champai Soren Biography in Hindi: चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होगे. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस के विधायक राजभवन पहुंच गए हैं. देर शाम को सत्ताधारी गठबंधन के सभी विधायक रांची में राजभवन पहुंचे.

Update: 2024-01-31 15:33 GMT

Champai Soren Biography in Hindi: चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होगे. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस के विधायक राजभवन पहुंच गए हैं. देर शाम को सत्ताधारी गठबंधन के सभी विधायक रांची में राजभवन पहुंचे. मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने की संभावना है. इसी बीच नए मुख्यमंत्री का नाम सामने आया है. चंपई सोरेन हेमंत सोरेन के करीबी बताए जाते हैं.

चंपई सोरेन फिलहाल झारखंड सरकार के यातायात, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हैं. वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष भी हैं. ईडी ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम सोरेन से आज पूछताछ की है. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए राजभवन पहुंच गए हैं. इसी बीच सत्ता पक्ष के विधायक भी रांची में राजभवन पहुंच गए हैं. चंपई सोरेन राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. चंपई सोरेन के पास 41 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. 80 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है.

कौन हैं चंपई सोरेन? Champai Soren Biography in Hindi:

चंपई सोरेन झारखंड सरकार में मंत्री हैं. इससे पहले भी वो एक बार मंत्री रह चुके हैं. चंपई सोरेन सरायकेला से विधायक हैं. चंपई को झारखंड का टाइगर भी कहा जाता है. उनके पिता सेमल सोरेन खेती किसानी करते थे. चंपई ने भी खेती की है. चंपई हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन के सहयोगी रहे हैं. झारखंड के आंदोलन में चंपई ने शिबू सोरेन का साथ दिया था. हेमंत सोरेन सार्वजनिक मंचों पर भी चंपई सोरेन के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हुए दिखे हैं और रिश्ते में उन्हें चाचा मानते हैं. कहा तो ये भी जाता है कि चाहे मामला सरकार का हो या पार्टी के अहम विषयों का...हेमंत सोरेन चंपई सोरेन से सलाह मशविरा जरूर करते हैं.

कब हुई चंपई सोरेन की सियासत में एंट्री?

चंपई सोरेन ने 1991 में पहली बार उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी. वो जीत इसलिए बड़ी थी क्यों कि चंपई ने कद्दावर सांसद कृष्णा मार्डी की पत्नी को हराया था. इसके बाद चंपई सोरेन ने 1995 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर जीत हासिल की. साल 2000 में बीजेपी के अनंतराम टुडू से चंपई चुनाव हार गए थे. लेकिन 2005 से लगातार चंपई सरायकेला से विधायक हैं. 2019 में उन्होंने बीजेपी के गणेश महाली को हराया था.

चंपई सोरेन की शिक्षा 

सरायरकेला के जिलिंगगोड़ा में 1956 में सेमल सोरेन और माधव सोरेन घर चंपई सोरेन का जन्म हुआ था. अपने तीन भाइयों और एक बहन में ये सबसे बड़े हैं. अगर शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो चंपई मैट्रिक पास हैं. इनकी शादी मानको सोरेन से हुई है और इनके चार बेटे और तीन बेटियां हैं.

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