अरविंद केजरीवाल का जीवन परिचय (जीवनी): Arvind Kejriwal Biography Hindi

Arvind Kejriwal Biography, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 जून, 1968 को हरियाणा के हिंसार जिले के सिवानी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम गोबिंद राम केजरीवाल और माँ का नाम गीता देवी है.

Update: 2024-03-21 17:46 GMT

Arvind Kejriwal Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 जून, 1968 को हरियाणा के हिंसार जिले के सिवानी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम गोबिंद राम केजरीवाल और माँ का नाम गीता देवी है. केजरीवाल के पिता गोबिंद राम केजरीवाल पेशे से इंजिनियर थे और वह अपने समय में जिंदल स्टील में इंजीनियरिंग की नौकरी किया करते थे. केजरीवाल की पत्नी का नाम सुनीता केजरीवाल है और उनके 2 बच्चे हैं. बेटे का नाम पुलकित केजरीवाल है जबकि बेटी का नाम हर्षिता केजरीवाल है. केजरीवाल का धर्म हिन्दू है और जाति वैश्य है.

  • अरविन्द केजरीवाल का निजी जीवन
  • पूरा नाम अरविंद केजरीवाल
  • जन्म की तारीख 16 अगस्त 1968 (उम्र 55)
  • जन्म स्थान सिवानी,भिवानी जिला,हरियाणा,भारत
  • दल का नाम आम आदमी पार्टी
  • शिक्षा ग्रेजुएट प्रोफेशनल
  • पेशा कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ
  • पिता का नाम गोबिंद राम केजरीवाल
  • मां का नाम गीता देवी
  • जीवनसाथी का नाम सुनीता केजरीवाल
  • जीवनसाथी का व्यवसाय आईआरएस अधिकारी
  • बच्चे 1 बेटा 1 बेटी
  • धर्म हिंदू
  • जाति वैश्य (बनिया)
  • स्थायी पता 87 ब्लॉक, बीकेदत्त कॉलोनी नई दिल्ली -110001
  • वर्तमान पता बंगला नंबर 6, फ्लैग स्टाफ रोड, सिविल लाइन्स, दिल्ली।
  • संपर्क संख्या 9911576726
  • ईमेल parivartanindia@gmail.com

अरविंद केजरीवाल की शिक्षा

अरविंद केजरीवाल की शुरुआती शिक्षा हिंसार, हरियाणा के कैम्पस स्कूल से हुई. उसके बाद आगे की पढाई सोनीपत, हरियाणा के एक क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल से हुई. केजरीवाल ने साल 1985 में बाहरवीं पास किया था. केजरीवाल ने 1989 में आईआईटी (IIT) खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी टेक किया.

अरविंद केजरीवाल का ने टाटा स्टील में की नौकरी

साल 1989 में अरविंद केजरीवाल खगड़पुर आई आई टी से डिग्री लेकर अपनी पहली जॉब जमशेदपुर के टाटा स्टील कम्पनी में कर ली. लेकिन केजरीवाल की दिलचस्पी नौकरी में जल्द ही ख़त्म हो गई और उन्होंने साल 1992 में टाटा स्टील छोड़ दी. कंपनी छोड़ने के बाद केजरीवाल कुछ दिन के लिए कोलकाता में मदर टेरेसा के संपर्क में रहकर काम किया. बताया जाता है कि केजरीवाल ने वहां लगभग दो महीने बिताये. लेकिन जल्द ही उन्हें इस सामाजिक कार्यों में भी दिलचस्पी समाप्त हो गई. वह कोलकाता से वापस अपने घर आ गए और फिर दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करने लग गए. वह अपने पहले ही प्रयास में सफल हो गए. उन्हें आई आर एस (इंडियन रिवेन्यू सर्विस) में नौकरी मिल गई.

अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक करियर

अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक यात्रा काफी मजेदार है. केजरीवाल ने  2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली में एक आंदोलन किया. जिसका नाम था लोकपाल आंदोलन. इस आंदोलन में लोकपाल बिल को पास कराने के लिए अन्ना हजारे ने दिल्ली में कई दिनों तक आमरण धरना दिया. केजरीवाल अब तक ऐसे ही किसी व्यक्ति की तलाश में अब तक लगे हुए थे, जो उनकी महत्वाकांक्षा को पूरी कर सके. चूँकि इससे पहले भी केजरीवाल भ्रष्ट्राचार निवारण के लिए अपने स्तर पर कई छोटे बड़े प्रयास कर चुके थे मगर उनके वे प्रयास अधिक सफल नहीं हुए थे. इसलिए केजरीवाल अन्ना हजारे के साथ आंदोलन में साथ देने के लिए शामिल हो गए. केजरीवाल के साथ साथ कई चर्चित लोग भी शामिल हुए. जिनमें किरण बेदी, मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास, प्रशांत भूषण जैसे लोग थे. बाद में सभी ने मिलकर एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया नाम रखा गया आम आदमी पार्टी और इस पार्टी के संयोजक बने अरविंद केजरीवाल. यही से केजरीवाल ने सक्रिय राजनीति में एंट्री मारी.

वर्ष 2013 के हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से खड़ा होकर 15 वर्ष से दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रही शिला दीक्षित को सीधी चुनौती दी. जिसमे केजरीवाल को पहली राजनैतिक सफलता मिल गई और उन्होंने शीला दीक्षित को 25,864 मतों से पराजित किया. बाद में, केजरीवाल 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत कर अपनी सरकार बनायीं और दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने में सफलता पाई. अभी अरविंद केजरीवाल दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री है.

केजरीवाल की 3 पीढ़ी इंजीनियर

अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा के हिसार जिले में 16 अगस्त 1968 को एक संपन्न परिवार में हुआ। उनके पिता गोविंद राम केजरीवाल भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। अरविंद ने 1985 में IIT-JEE परीक्षा पास की और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में IIT खड़गपुर से ग्रेजुएशन किया। 1989 में कॉलेज से निकलने के बाद केजरीवाल ने करीब 3 साल तक जमशेदपुर के टाटा स्टील में नौकरी भी की। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए 1992 में नौकरी से इस्तीफा दे दिया। 1995 में केजरीवाल ने UPSC एग्जाम पास किया।

वे IRS के लिए चुने गए, लेकिन IAS में जाने की इच्छा की वजह से उन्होंने दोबारा प्रयास किया। दूसरी बार भी उन्हें IRS में ही सफलता मिली और 1995 में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर बनाए गए। इसके बाद उन्होंने सुनीता केजरीवाल से प्रेम विवाह किया। केजरीवाल दंपति के दोनों बच्चे हर्षिता केजरीवाल और पुलकित केजरीवाल भी IIT ग्रेजुएट हैं।

केजरीवाल की दिलचस्प लव स्टोरी

अरविंद केजरीवाल की सुनीता से मुलाकात IRS की ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। यहां दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई, हालांकि दोनों ने काफी समय तक प्यार का इजहार नहीं किया। एक बार अरविंद केजरीवाल ने एकेडमी में ही सुनीता के रूम का दरवाजा खटखटाकर प्रपोज कर दिया। पहली पोस्टिंग के पहले ही दोनों पारिवारिक रजामंदी से वैवाहिक गठबंधन में बंध गए।

मैकेनिकल इंजीनियर से मुख्यमंत्री तक का सफर

मैकेनिकल इंजीनियर से राजस्व अधिकारी बन चुके केजरीवाल यहीं नहीं रुके। उन्होंने 2006 में आयकर विभाग की नौकरी छोड़ दी और पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की। 2006 में अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप बनाया

साल 2011 में केजरीवाल ने जाने-माने समाजसेवी अन्ना हजारे के साथ मिलकर जन लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) का गठन किया। जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर 16 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे भूख हड़ताल पर बैठ गए। ये आंदोलन 28 अगस्त तक चला। इस आंदोलन के दौरान साल 2011 में अरविंद केजरीवाल पहली बार सुर्खियों में आए।

अन्ना का आंदोलन खत्म होने के बाद इससे जुड़े अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास, मनीष सिसोदिया और प्रशांत भूषण जैसे कुछ लोगों ने मिलकर 2 अक्टूबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई। अरविंद केजरीवाल इस पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक बनाए गए। यहीं से केजरीवाल का राजनीतिक सफर शुरू हुआ।

दिल्ली के सबसे युवा मुख्यमंत्री

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 में आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे। अरविंद केजरीवाल ने तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को हराकर अपना लोहा मनवाया। 28 दिसंबर 2013 को उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महज 45 साल के केजरीवाल केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली के अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री थे।

अरविंद केजरीवाल को तब 49 दिन सत्ता में रहने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि इसके बाद 2015 और 2020 के चुनावों में आम आदमी पार्टी को बड़ी सफलता मिली और अरविंद केजरीवाल को 3 बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। साल 2015 में चुनाव हुआ और आम आदमी पार्टी रिकॉर्ड 67 सीटें जीतकर विधानसभा में पहुंची थी। वहीं 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतीं। केजरीवाल ने 16 फरवरी 2020 को रामलीला मैदान में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

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