अर्जुन मुंडा की जीवनी : Arjun Munda Biography Hindi
Arjun Munda Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: अर्जुन मुंडा का जन्म तत्कालीन अविभाजित बिहार के जमशेदपुर जिले में 3 मई 1968 को गणेश और सायरा मुंडा के घर हुआ था. जब अर्जुन केवल सात वर्ष के थे तब उनके पिता गणेश की मृत्यु हो गई.
Arjun Munda Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: अर्जुन मुंडा का जन्म तत्कालीन अविभाजित बिहार के जमशेदपुर जिले में 3 मई 1968 को गणेश और सायरा मुंडा के घर हुआ था. जब अर्जुन केवल सात वर्ष के थे तब उनके पिता गणेश की मृत्यु हो गई. घर चलाने के लिए सायरा को खेतों में काम करना पड़ता था. अर्जुन मुंडा की शादी मीरा मुंडा से हुई है और दंपति के तीन बेटे हैं. अर्जुन मुंडा ने इग्नू से पीजी डिप्लोमा किया गया है. सामाजिक विज्ञान में स्नातक करने वाले अर्जुन मुंडा को पारिवारिक परिस्थितियों के कारण खुद को शिक्षित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा.
- पूरा नाम अर्जुन मुंडा
- जन्म की तारीख 03 मई 1968 (उम्र 55)
- जन्म स्थान जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम (झारखंड)
- दल का नाम भारतीय जनता पार्टी
- शिक्षा स्नातक
- पेशा समाज सेवक
- पिता का नाम स्वर्गीय श्री गणेश मुंडा
- मां का नाम श्रीमती सायरा मुंडा
- जीवनसाथी का नाम श्रीमती मीरा मुंडा
- जीवनसाथी का व्यवसाय बिजनेसवुमन और समाज सेवा
- बच्चे 3 बेटे
- स्थायी पता 64ए, खेलारीसाई, वि. खेलारीसाई, पो. खरसावां पीएस. खरसवां, जिला. सरायकेला खरसावां, झारखंड
- वर्तमान पता 22, जीआरजी रोड, नई दिल्ली - 110 001
- संपर्क संख्या 9431108788
- ईमेल arjun.mubda@gmail.com
अर्जुन मुंडा का सयासी सफर
अर्जुन मुंडा ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के हिस्से के रूप में एक आदिवासी नेता बने और बाद में एक अलग राज्य और जेएमएम के संघर्ष से जुड़े. उन्होंने जेएमएम के टिकट पर खरसावां विधानसभा सीट जीती लेकिन बाद में बीजेपी में शामिल हो गये. तत्कालीन अविभाजित बिहार में 2000 के राज्य चुनावों में, अर्जुन मुंडा फिर से खरसावां से जीते, लेकिन इस बार भाजपा के टिकट पर.
झारखंड की क्षेत्रीय पार्टी जेएमएम से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करने वाले अर्जुन मुंडा 1995 में पहली बार विधायक बने थे. पर अलग झारखंड बनने के बाद साल 2000 में हुए चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए और विधायक चुने जाने के बाद बाबूलाल मरांडी सरकार में मंत्री बने. झारखंड के 23 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी आदिवासी नेता को केंद्र में एक बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
अर्जुन मुंडा कब मुख्यमंत्री बनाए गए?
वर्ष 2003 में 36 साल की उम्र में अर्जुन मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री बनाए गए. हालांकि इस दौरान वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और सितंबर 2006 तक राज्य की कमान संभाली. इसके बाद 2009 में जमशेदपुर से लोकसभा सीट से सांसद चुने गए लेकिन अगस्त 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा से खूंटी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा औऱ जीत हासिल की. अर्जुन मुंडा की पहचान झारखंड में एक बड़े आदिवासी नेता के तौर पर होती है.
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री बनाया गया. सदन में मरांडी सरकार के बहुमत खोने के बाद, अर्जुन मुंडा 35 वर्ष की कम उम्र में राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री बने.
2005 के राज्य चुनावों में अर्जुन मुंडा के एनडीए गठबंधन को 81 सदस्यीय विधानसभा में 36 सीटें मिलीं. 2005 में शिबू सोरेन की यूपीए सरकार के 10 दिनों में गिरने के बाद वह दूसरी बार एनडीए के मुख्यमंत्री बने. लेकिन इस बार भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई. निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा ने 18 महीने बाद अर्जुन मुंडा से सीएम की कुर्सी छीन ली, जो एक नए राज्य की राजनीति में चल रही अस्थिरता को दिखाने के लिए काफी था.
FAQ
Q. अर्जुन मुंडा का जन्म कब हुआ था?
Ans. अर्जुन मुंडा का जन्म 3 मई 1968 को हुआ था।
Q. अर्जुन मुंडा किस राजनीतिक दल से संबंधित हैं?
Ans. अर्जुन मुंडा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं।
Q. झारखंड राज्य के आंदोलन में अर्जुन मुंडा की क्या भूमिका थी?
Ans. अर्जुन मुंडा झारखंड राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक सदस्यों में से एक बने।
Q. अर्जुन मुंडा पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री कब बने थे?
Ans. अर्जुन मुंडा 18 मार्च 2003 को पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने।
Q. अर्जुन मुंडा कितनी बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं?
Ans. अर्जुन मुंडा ने कई मौकों पर झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है।
Q. केंद्रीय स्तर पर अर्जुन मुंडा के पास कौन सा मंत्रालय था?
Ans. अर्जुन मुंडा ने केंद्रीय स्तर पर जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया।
Q. झारखंड की राजनीति में अर्जुन मुंडा किस लिए जाने जाते हैं?
Ans. अर्जुन मुंडा झारखंड की राजनीति में अपनी प्रभावशाली भूमिका और राज्य में भाजपा की उपस्थिति को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं।
Q. अर्जुन मुंडा ने लोकसभा में किस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था?
Ans. अर्जुन मुंडा ने खूंटी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
Q. अर्जुन मुंडा के उल्लेखनीय योगदानों में से एक क्या है?
Ans. अर्जुन मुंडा के उल्लेखनीय योगदानों में से एक आदिवासी समुदायों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए उनका समर्पण है।
Q. झारखंड की राजनीति में अर्जुन मुंडा को कैसे माना जाता है?
Ans. अर्जुन मुंडा को उनके नेतृत्व, समर्पण और राज्य के विकास के प्रति प्रतिबद्धता के लिए झारखंड की राजनीति में बहुत माना जाता है।