शराब पीने से 32 लोगों की मौत, मेले में पिए पाउच वाली शराब, फिर एक के बाद एक बीमार पड़ने लगे...

जहरीली शराब पीने से अलग-अलग घटनाओं में 32 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में महिला भी शामिल है।

Update: 2024-10-17 09:11 GMT

पटना। जहरीली शराब पीने से अलग-अलग घटनाओं में 32 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में महिला भी शामिल है। ये घटनाएं बिहार के सीवान, छपरा और सारण की है। इनमें सीवान में 26 सारण में 6 लोगों की अबतक के जान गई है। बताया जा रहा है कि कई अभी भी हाॅस्पिटल में भर्ती है। हालांकि प्रशासन ने 24 लोगों के मौत की पुष्टि की है।

जानकारी के मुताबिक, 13 अक्टूबर को सिवान की भगवानपुर हाट में लगे मेले में पाउच वाली शराब बिक रही थी। इस दौरान कई लोगों ने शराब खरीदकर पी थी। शराब पीते ही लोगों की तबीयत अचानक खराब होने लगी। लोगों को आनन-फानन में अलग अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पर उपचार के दौरान 32 लोगों के मौत की जानकारी मिल रही है।

मालूम हो कि कुछ समय से मशरख जहरीली शराब बेचने वालों का अड्डा बन गया है। दिसंबर 2022 को मशरख, अमनौर और मढ़ौरा में जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों कीर जान चली गई थी।

इधर, शराब पीने से मौतों के बाद पुलिस प्रशासन जागा और छपरा के मसरख थाने के दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। इसके अलावा थाना प्रभारी और एएसआई को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है।

बताया जा रहा है कि सारण और छपरा जिले में जहरीली शराब डमछो के मिथिलेश द्वारा बनाई थी। स्प्रिट से बनी इस शराब को उन्होंने दर्जनों लोगों को बेची थी, जिसे पीने से मौतें होने लगीं। मिथिलेश पुराना शराब तस्कर है। सागरपोखर में शराब बेचने वाले प्रभुनाथ राम की भी मौत हो गई है।

आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह ने सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि हर थाना क्षेत्र में अवैध शराब बनाए जा रहे है। सब कुछ सत्ता के संरक्षण में हो रहा है। सरकार को सब कुछ पता है लेकिन जानबूझकर इस अवैध शराब के धंधे को नहीं रोका जा रहा है। शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार के हर आदमी को पता है कि शराब की होम डिलीवरी हो रही है।

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