School News: अब सरकारी स्कूलों में भी होगी पेरेंट-टीचर मीटिंग, इस दिन अभिभावकों को आना होगा स्कूल, शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

School News: बिहार शिक्षा विभाग(Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव आईएएस एस सिद्धार्थ ने छात्रों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. अब प्राइवेट स्कूल की तरह सरकारी स्कूल में भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग होगी.

Update: 2024-12-19 06:55 GMT

School News: बिहार शिक्षा विभाग(Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव आईएएस एस सिद्धार्थ(IAS S Siddharth) राज्य के शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास करते रहते हैं. वहीँ अब आईएएस एस सिद्धार्थ ने छात्रों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. अब प्राइवेट स्कूल की तरह सरकारी स्कूल में भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग होगी. 

जानकारी के मुताबिक़, हर महीने के एक शनिवार को पेरेंट्स टीचर मीट होगी. ये कार्यक्रम अगले महीने से शुरू हो जाएगा. पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों और कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों के अभिभावकों की अलग-अलग दिन मीटिंग बुलायी जाएगी. इस बैठक में बच्चे के पढ़ाई और उनकी उपस्थिति को लेकर पेरेंट्स से बातचीत की जायेगी. अधिक उपस्थिति और होनहार छात्र के पेरेंट्स की तारीफ की जाएगी, वहीँ ऐसे बच्चे जो स्कूल कम आते हैं या पढाई में कमजोर हैं इसे लेकर पेरेंट्स से कारण पूछा जायेगा और उन्हें सलाह दी जायेगी. पेरेंट्स टीचर मीट के लिए सभी सरकारी स्कूलों को निर्देश दिए गए है छात्रों के माता पिता को फोन के माध्यम से सूचना देकर पेरेंट्स मीटिंग में बुलाएंगे. 

इस सम्बन्ध में बुधवार को शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को निर्देश दिए हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने इसे लेकर निर्देश जारी किया है. जारी निर्देश में लिखा है कि प्रत्येक माह के किसी एक शनिवार को विद्यालय में अभिभावाक शिक्षक संगोष्ठी आयोजित की जानी है. क्षेत्र भ्रमण के दौरान यह देखा जा रहा है कि विद्यालयों में अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी की कोई निश्चित मार्गदर्शिका उपलब्ध नहीं है. फलस्वरुप इसे विद्यालयों में अलग अलग तरीका से संचालित किया जाता है। कई प्रधानाध्यापकों एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा संगोष्ठी के लिए एक दिशा-निर्देश उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. 

प्रधानाध्यापक द्वारा माह के प्रारंभ में ही अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी की तिथि निश्चित कर दी जाएगी एवं इसके संबंध में अभिभावकों को सूचित कर दिया जाएगा. यदि विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या अधिक है तो प्राथमिक (1 से 5) एवं मध्य (6 से 8) विद्यालय की कक्षाओं के लिए अलग-अलग दिन अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी के लिए तिथि निर्धारित की जा सकती है. साथ ही प्रधानाध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अभिभावकों को फोन कॉल के द्वारा/शिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से / बच्चों द्वारा स्व निर्मित आमंत्रण पत्र के माध्यम से आमंत्रित किया जाए. 

वर्ग शिक्षक अपने कक्षा के लिए अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी पंजी (रजिस्टर) रखेंगे एवं प्रत्येक अभिभावक से चर्चा के उपरांत पंजी में चर्चा का सारांश दर्ज करेंगे यदि कोई अभिभावक निश्चित तिथि को अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी में भाग नहीं ले पाते हैं तो वो सप्ताह के अन्य दिन भी विद्यालय आकर अपने बच्चे की प्रगति से परिचित हो सकेंगे. प्रधानाध्यापक इस संबंध में विद्यालय के वर्ग शिक्षक को निदेश अवश्य उपलब्ध कराएंगे.

 बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर होगी चर्चा

1. शिक्षक छात्र के उस महीने की उपस्थिति साझा करेंगे. कम उपस्थिति होने पर छात्र को समय से प्रतिदिन विद्यालय भेजने का अभिभावक से अनुरोध करेंगे.

2. शिक्षक छात्र के स्वच्छता आचरण और घर पर भी छात्र/छात्रा सफाई एवं स्वच्छता का ध्यान रखे.

3. शिक्षक स्कूल यूनिफॉर्म की महत्ता पर चर्चा करेंगे और यह अनुरोध करेंगे कि बच्चे नियमित रुप से विद्यालय की पोशाक (स्कूल यूनिफॉर्म) में ही आये.

4. छात्र द्वारा किए गए प्रगति आकलन के परिणाम साझा की जाएगी.

5. शिक्षक अभिभावक से बच्चों के धाराप्रवाह एवं गणितीय कौशल के संबंध में चर्चा करेंगे. भाषा एवं गणित के जिन कौशलों में बच्चे कमजोर हैं उन पर सुधार हेतु अभिभावक से चर्चा करेंगे.

6. शिक्षक अभिभावक से अनुरोध करेंगे कि छात्र/छात्रा घर में प्रतिदिन कम से कम 1 घंटे के लिए हिंदी एवं अंग्रेजी के पाठ को उच्चारण के साथ जोर-जोर से बोलकर पढ़ेंगे.

7. क्लास में छात्र की सक्रिय भागीदारी एवं प्रदर्शन के संबंध में अभिभावक को अवगत कराएंगे.

8. शिक्षक छात्र के बारे में कम से कम एक सकारात्मक विचार (जैसे यदि बच्चा खेल कूद में बेहतर हो या अन्य किसी क्षेत्र में अच्छा हो) अभिभावक के साथ अवश्य साझा करेंगे.

9. शिक्षक अभिभावकों से गृह कार्य के संबंध में अवश्य बात करेंगे एवं यह अनुरोध करेंगे कि यह छात्र से अवश्य पूछें कि उसने गृहकार्य पूरा कर लिया है कि नहीं.

10. शिक्षक अभिभावक से अनुरोध करेंगे कि छात्र को साफ सुथरे विद्यालय परिधान (स्कूल यूनिफार्म), जाड़े के दिनों में स्वेटर और जूते / चप्पल पहनाकर भेजें.

 

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