Rinku Singh News: EC ने रिंकू सिंह से छीन लिया ये बड़ा पद! सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई के बाद लिया फैसला, वजह चौंका देगी

Rinku Singh News: भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश में मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) के राज्य स्तरीय आइकॉन पद से हटा दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने यह फैसला राजनीतिक करीबी का हवाला देते हुए लिया है. आइए जानते क्या है वजह.

Update: 2025-08-03 12:12 GMT

Rinku Singh News: भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश में मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) के राज्य स्तरीय आइकॉन पद से हटा दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने यह फैसला राजनीतिक करीबी का हवाला देते हुए लिया है. आइए जानते क्या है वजह.

भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश में मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) के राज्य स्तरीय आइकॉन पद से हटा दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने यह फैसला राजनीतिक तटस्थता के सिद्धांत का हवाला देते हुए लिया है. आइए जानते क्या है वजह.

बताया जा रहा है कि रिंकू सिंह की सगाई समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से हुई है, जिसके बाद से उन्हें एक राजनीतिक परिवार से जुड़ा माना जा रहा है. रिंकू सिंह को पिछले साल सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम यानी SVEEP का चेहरा बनाया गया था. इस भूमिका में उन्हें मतदान के प्रति नागरिकों को जागरूक करने का जिम्मा दिया गया था. हालांकि यह एक गैर-राजनैतिक भूमिका होती है, जिसमें शामिल व्यक्ति को किसी भी राजनीतिक पार्टी से दूरी बनाकर रखनी होती है.

दरअसल हाल ही में रिंकू सिंह की सगाई का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उनकी मंगेतर प्रिया सरोज साइकिल' चुनाव चिह्न पर डांस करती नजर आईं. चूंकि साइकिल समाजवादी पार्टी का चुनाव चिह्न है, इसलिए इसे निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक प्रतीक से जुड़ी गतिविधि माना. इसके बाद आयोग ने अलीगढ़ जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजते हुए रिंकू सिंह को हटाने के निर्देश जारी कर दिए.

निर्वाचन आयोग ने दिए ये निर्देश

निर्वाचन आयोग की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि रिंकू सिंह से संबंधित सभी प्रचार सामग्री जैसे की पोस्टर, वीडियो, सोशल मीडिया प्रचार को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए. आयोग ने यह कदम सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कही ये बात

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि स्वीप आइकॉन की भूमिका पूरी तरह से साफ होनी चाहिए और इस उद्देश्य से किसी भी तरह की राजनीतिक निकटता अस्वीकार्य है. रिंकू सिंह को इस निर्णय की जानकारी भी दे दी गई है और उनसे इस पर सहमति भी ली गई है.

रिंकू सिंह को एक और झटका

इस पूरे विवाद के बीच रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) बनाए जाने की प्रक्रिया भी रुक गई है. हालांकि, शिक्षा विभाग की जांच में यह बात सामने आई कि रिंकू सिंह की शैक्षणिक योग्यता बीएसए पद के लिए निर्धारित मानकों पर खरी नहीं उतरती. वह सिर्फ आठवीं कक्षा तक शिक्षित हैं, जबकि बीएसए पद के लिए न्यूनतम योग्यता परास्नातक (Post Graduation) निर्धारित है. इस कारण उनकी फाइल मुख्यमंत्री के पास अंतिम स्वीकृति के लिए भेजे जाने से पहले ही रोक दी गई.

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