Prashant Kishor FIR: BPSC प्रदर्शन मामले प्रशांत किशोर समेत 600-700 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, छात्रों को भड़काने का आरोप

Prashant Kishor FIR:

Update: 2024-12-30 11:03 GMT

Prashant Kishor FIR: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी परीक्षा को लेकर जमकर बवाल हुआ है. बीपीएससी परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान छात्र और पुलिस में झड़प हो गयी. बीपीएससी अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद मामले में 600-700 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. जिसमे रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर उर्फ पीके पर भी केस दर्ज हुआ है. 

जानकारी के मुताबिक़, जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर सहित कुल 21 लोगों को नामजद करते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. प्रशांत किशोर पर लोगों की भीड़ इकट्ठा कर उन्हें उकसाने का आरोप है. प्रशांत किशोर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास जाने के लिए मार्च शुरू किया था. उन्होंने जन सुराज पार्टी द्वारा गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने छात्र संसद के आयोजन हेतु सूचना दी गई थी. 

पटना जिला प्रशासन ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 28.12.2024 को अपराह्न 05:30 बजे जन सुराज पार्टी द्वारा गांधी मैदान, गांधी मूर्ति के सामने छात्र संसद के आयोजन हेतु सूचना दी गई थी जिसे जिला प्रशासन, पटना द्वारा नियमानुसार अस्वीकृत करते हुए आवेदक को ससमय सूचित कर दिया गया था. फिर भी आज दिनांक 29.12.2024 को इस पार्टी के द्वारा गांधी मूर्ति के समीप अनधिकृत रूप से लोगों की भीड़ इकट्ठा कर उन्हें उकसाया गया तथा विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की गई. इसके बाद इनके द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ जेपी गोलंबर तक बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया तथा सड़क जाम कर दिया गया। वहां पर कर्तव्य पर मुस्तैद दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ धक्का–मुक्की भी की गई. साथ ही इन लोगों के द्वारा भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा लगाए गए लाउडस्पीकर को भी क्षतिग्रस्त किया गया. प्रशासन द्वारा बार–बार अनुरोध के बाद भी इन लोगों के द्वारा प्रशासन के दिशा–निदेशों का उल्लंघन करते हुए लोक व्यवस्था भंग किया गया. जब भीड़ बेक़ाबू हो गई तो जेपी गोलंबर के पास भीड़ को छोड़ कर निकल लिया गया.

उनलोगों के द्वारा मुख्य सचिव को ज्ञापन देने के लिए पाँच लोगों का डेलीगेशन भेजने की बात की गई, परंतु आपसी सहमति नहीं बनने के कारण लोगों का नाम भी नहीं दिया गया. अंत में लगभग 100 की संख्या में लोग जेपी गोलंबर से हटने को तैयार नहीं थे. अतः प्रशासन द्वारा पानी की बौछार और हल्का बल प्रयोग कर इन्हें हटाया गया तथा स्थिति को सामान्य किया गया. अनधिकृत रूप से भीड़ को इकट्ठा करने, लोगों को उकसाने तथा विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के आरोप में अध्यक्ष जन सुराज पार्टी के मनोज भारती, कोचिंग संचालक रह्मांशु मिश्रा, निखिल मणि तिवारी, सुभाष कुमार ठाकुर, ⁠शुभम स्नेहिल, प्रशांत किशोर एवं 2 बाउंसर जो प्रशांत किशोर के साथ थे, आनंद मिश्रा, आर के मिश्रा ( राकेश कुमार मिश्रा ) विष्णु कुमार, सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग) समेत 21 नामजद एवं 600 से 700 अज्ञात लोगों के विरुद्ध गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. कानून-व्यवस्था को भंग करने के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाएगी. 

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