Pawan Singh Mother Nomination: काराकाट सीट से पवन सिंह के बाद अब उनकी मां ने किया नामांकन, बेटे के खिलाफ लड़ेगी चुनाव, आखिर क्या है माजरा ?
Pawan Singh Mother Nomination: एक तरफ बीजेपी पार्टी द्वारा रोकने के बावजूद भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह चुनावी मैदान में उतरे हैं तो वही पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने भी काराकाट से अपना नामांकन दाखिल किया है.
Pawan Singh Mother Nomination: इन दिनों बिहार की काराकाट लोकसभा सीट(Karakat Lok Sabha seat) चर्चे में हैं. जहां एक तरफ बीजेपी पार्टी द्वारा रोकने के बावजूद भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह चुनावी मैदान में उतरे हैं तो वही पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने भी काराकाट से अपना नामांकन दाखिल किया है. प्रतिमा देवी के नामांकन से बिहार के सियासत में हड़कंप मच गया है.
पवन सिंह की माँ ने किया नामांकन
जानकारी के मुताबिक, काराकाट में नामांकन की अंतिम तिथि 14 मई थी. भोजपुरी स्टार पवन सिंह की माँ गुपचुप तरीके से समर्थकों और प्रस्तावकों के साथ कार्यालय पहुंची और काराकाट सीट से जिला निर्वाची अधिकारी नवीन कुमार सिंह के समक्ष निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया. बता दे 9 मई को पवन सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था तो वहीं अब उनकी मां भी इसी सीट से चुनावी मैदान में उतर गई है. पवन सिंह के मां के नामांकन के बाद से बिहार के सियासत में हड़कंप मच गया है. अंदाजा लगाया जा रहा था कि प्रतिमा देवी अपने बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ेगी.
क्या है वजह
इस पर पवन सिंह ने सफाई देते हुए बताया कि उनकी मां प्रतिमा देवी उनके लिए चुनाव लड़ रही है ना कि उनके खिलाफ. दरअसल, भाजपा पार्टी नहीं जा रही थी कि पवन सिंह चुनवा लड़े. पवन सिंह ने जब काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था तब भाजपा ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की थी. उन्हें दिल्ली बुलाया गया था जहां केंद्रीय मंत्री आरसी सिंह ने उन्हें कहा अगर उन्होंने नामांकन किया तो उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा. इसके बावजूद पवन सिंह ने सासाराम जिला मुख्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया.
छीन सकती है पवन सिंह की उम्मीदवारी
ऐसे बीजेपी पवन सिंह पर नामांकन पत्र वापस लेने का दबाव बना सकती है. उम्मीदवारी वापस नहीं लेने पर उनके ऊपर कार्रवाई भी हो सकती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद नामांकन खारिज होने कि डर से पवन सिंह ने अपनी माँ नामांकन दाखिल करवाया है.