Muzaffarpur Mass Suicide Case : रूह कंपा देने वाली वारदात : मर चुकी पत्नी की याद में पिता ने बनाए 6 फंदे , 3 बेटियों संग खुदकुशी; मौत के मुँह से कैसे बचे दो बेटे, पढ़े पूरी स्टोरी
Muzaffarpur Mass Suicide Case : मुजफ्फरपुर जिले में सोमवार तड़के एक अत्यंत दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है।
Muzaffarpur Mass Suicide Case : रूह कंपा देने वाली वारदात : मर चुकी पत्नी की याद में पिता ने बनाए 6 फंदे , 3 बेटियों संग खुदकुशी; मौत के मुँह से कैसे बचे दो बेटे, पढ़े पूरी स्टोरी
Muzaffarpur Mass Suicide Case : मुजफ्फरपुर, बिहार: मुजफ्फरपुर जिले में सोमवार तड़के एक अत्यंत दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। सकरा थाना क्षेत्र के नवलपुर मिश्रौलिया गांव में एक पिता ने अपनी तीन नाबालिग बेटियों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस सामूहिक आत्महत्या के प्रयास में उसके दोनों बेटे चमत्कारिक ढंग से बच गए, जिनकी आपबीती सुनकर हर कोई सन्न है। मृतक की पहचान अमरनाथ राम के रूप में हुई है, जिसकी पत्नी का इसी साल जनवरी में निधन हो गया था, जिसके बाद वह गहरे अवसाद और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।
Muzaffarpur Mass Suicide Case : पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, रविवार (14 दिसंबर) की रात अमरनाथ ने बच्चों को डिनर कराया और उसके बाद सोमवार तड़के उसने यह खौफनाक कदम उठाया। अमरनाथ ने अपनी मृत पत्नी की साड़ी का इस्तेमाल कर छत के सहारे छह फंदे तैयार किए और नीचे एक ट्रंक रखा। उसने अपने पांचों बच्चों— तीन बेटियों राधा (11), राधिका (9), शिवानी (7) और दो बेटों शिवम तथा चंदन— को जगाया और कहा कि अब सबको एक साथ मरना होगा। अमरनाथ के कहने पर सभी बच्चों ने फंदा गले में बांधा और ट्रंक से छलांग लगा दी। हालांकि, बेटे शिवम ने हिम्मत दिखाते हुए जैसे ही उसे दम घुटने का एहसास हुआ, उसने किसी तरह अपने गले से फंदा निकाल दिया और तुरंत छोटे भाई चंदन को भी फंदे से मुक्त करा दिया। दोनों बेटों के शोर मचाने पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक अमरनाथ और उसकी तीनों बेटियों की मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। पुलिस ने बचे हुए दोनों बेटों से विस्तृत पूछताछ की है, जिन्होंने बताया कि मां की मौत के बाद से पिता गहरे सदमे में थे और पैसों की भारी तंगी के कारण परिवार का गुजारा सरकारी राशन पर निर्भर था। इस मानसिक और आर्थिक दबाव के चलते ही पिता ने यह सामूहिक आत्महत्या का कदम उठाया। पुलिस अब सभी पहलुओं से इस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि घटना के पीछे के सटीक कारणों की पुष्टि हो सके। एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत से पूरे गांव में मातम और दहशत का माहौल है।
देश में सामूहिक आत्महत्या की पिछली घटनाएं
एक ही परिवार के सदस्यों द्वारा इस प्रकार सामूहिक आत्महत्या करने की यह घटना देश में पहले भी सामने आ चुकी है। ऐसी घटनाओं में सबसे चर्चित और रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला दिल्ली का बुराड़ी कांड था, जो 30 जुलाई 2018 को हुआ था, जब एक ही परिवार के 11 सदस्यों की सामूहिक रूप से मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा, हाल के वर्षों में भी देश के विभिन्न हिस्सों जैसे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में आर्थिक तंगी, कर्ज या गहरे अवसाद के चलते परिवारों द्वारा सामूहिक आत्महत्या की दुखद खबरें सामने आती रही हैं।