IAS S Siddharth News: ACS एस सिद्धार्थ का शिक्षकों के नाम संदेश, सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल, जानिये ऐसा क्या कहा...
IAS S Siddharth News:आईएएस डॉ एस सिद्धार्थ जब से बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने है. केके पाठक के हर फैसले को बदल रहे है. शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.
IAS S Siddharth News: आईएएस डॉ एस सिद्धार्थ जब से बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने है. केके पाठक के हर फैसले को बदल रहे है. शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. वे अपने खास अंदाज में स्कूलों की व्यवस्था में सुधार का प्रयास कर रहे हैं. केके पाठक के समय जहाँ शिक्षक खौफ में जी रहे थे. तो वहीँ एसीएस एस सिद्धार्थ ने शिक्षको के लिए एक मैसेज लिखा है. जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
आईएएस एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों के लिए सन्देश जारी किया है. जिसमे उन्होंने लिखा "प्रिय शिक्षकगण, हमारी संस्कृति और परंपरा 'मातृ देवो भव', 'पितृ देवो भव' के साथ साथ 'आचार्य देवो भव 'की रही है अर्थात गुरु का स्थान माता-पिता के समान ही पूजनीय और सम्मानीय रहा है. यह स्पष्ट करता है कि बच्चों के व्यक्तित्व पर एक शिक्षक का छाप उतना ही गहरा है जितना कि उनके माता-पिता का. जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल करते हैं, ठीक उसी प्रकार शिक्षक भी बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए प्रयत्नशील रहते हैं. शिक्षक अपने छात्रों की क्षमता और योग्यता को पहचान कर उन्हें उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें एक सशक्त नागरिक के रूप में तैयार करते हैं.
बच्चों में भाषा और गणित के बुनियादी कौशलों को विकसित करने के लिए मिशन निपुण बिहार' कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत छोटे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण उपलब्ध करवाने के कई प्रयास किए जा रहे है. छात्र-शिक्षक अनुपात को कम करने के लिए शिक्षकों की बहाली की गई है, सभी शिक्षकों को आधुनिक तरीकों से प्रशिक्षित किया जा रहा है, पाठ्यचर्या में बदलाव किए जा रहे हैं, मूल्यांकन प्रणाली मजबूत की जा रही है और विद्यालय तत्परता कार्यक्रम को मजबूती से लागू किया जा रहा है.
इसी क्रम में आप सभी शिक्षकों के लिए सहयोग सामग्री के रूप में 'निपुण संवाद' मासिक पत्रिका का प्रकाशन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से आपके द्वारा किए जा रहे नवाचारों को बिहार के सभी विद्यालयों में प्रसारित किया जाता है. बच्चों के सर्वांगीण विकास, उनके सीखने के लिए उपयुक्त वातावरण, बच्चों के सीखने का तरीका आदि पर आपके द्वारा लिखे गए लेख अति प्रशंसनीय है, मैं इसकी सराहना करता हूँ.