Chhath Puja Accident: छठ महापर्व पर दर्दनाक हादसा, 65 लोगों की डूबने से मौत, कई लापता, मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल,

Chhath Puja Accident: एक तरफ लोकआस्था के महापर्व छठ को काफी धूमधाम से मनाया गया. वहीँ दूसरी तरफ छठ पूजा के दौरान अलग अलग जिलों में डूबने से 65 लोगों की मौत हो गई.

Update: 2024-11-09 06:36 GMT

Chhath Puja Accident: बिहार में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा सम्पन्न हो गया है. जहाँ एक तरफ लोकआस्था के महापर्व छठ को काफी धूमधाम से मनाया गया. वहीँ दूसरी तरफ छठ पूजा के दौरान अलग अलग जिलों में डूबने से 65 लोगों की मौत हो गई. 

जानकारी के मुताबिक़, छठ पर्व के दौरान गुरुवार और शुक्रवार को बिहार के बेगूसराय, समस्तीपुर, रोहतास, पटना, मुजफ्फरपुर, गया, मुंगेर, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा व सहरसा समेत कई जगहों पर नदी - तालाब में डूबने से करीब 65 लोगों की जान चली गयी. जिनमे बच्चे भी शामिल है. वहीँ कई लोग लापता बताये जा रहे हैं. जिनकी तलाशी की जा रही है. छठ पर्व इस दर्दनाल हादसे से मातम पसर गया है. 

सबसे ज्यादा मौत समस्तीपुर में हुई है,.यहाँ 10 लोगों की डूबने से जान चली गई. वहीँ राजधानी पटना में 7 लोगों की मौत हो गयी है. पटना जिले में पांच लोग लापता बताये जा रहे हैं. बेगूसराय में सात लोगों की मौत ही है. रोहतास जिले में एक ही परिवार के तीन समेत कुल 6 लोगों ने दम तोड़ दिया. छपरा, भोजपुर और नालंदा में दो-दो लोगों की जान चली गयी. खगड़िया में पांच, भागलपुर में चार, मधेपुरा और पूर्णिया में तीन - तीन, कटिहार, लखीसराय, सारण, भोजपुर और मुंगेर में दो-दो, सहरसा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, बांका और अररिया का एक- एक  की मौत हो गयी. 

सेल्फी के चलते मौत

वही गया में तीन लोगो की जान चले गयी. औरंगाबाद जिले में अलग-अलग तालाब में डूबने से दो की मौत हो गई. सारण के तरैया थाना क्षेत्र के पचभिंडा गांव स्थित सरकारी तालाब में छठ पूजा के दौरान छोटी सी नाव पर 10 युवक सवार हो कर इधर-उधर घूम रहे थे और सेल्फी ले रहे थे. जिससे नाव अनियंत्रित होकर पलट गयी. नाव पर सवार 10 युवक में से 08 युवक को सुरक्षित निकाल लिया गया. जबकि दो की मौत हो गयी. केसरिया के सतरघाट में एक युवती की गंडक नदी में डूबने से मौत हो गयी. युवती सतरघाट के पूल पर सेल्फी ले रही थी और गिर गयी. मृतकों में महिलाएं, कई बच्चे और किशोर में भी शामिल हैं.बता दें अलग अलग जगहों पर हुए इन हादसों में कई लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. गुरुवार और शुक्रवार को हुई इन घटनाओं से शोक का माहौल है. 

लापरवाही के चलते गयी जान 

बताते चलें, इस बार छठ को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे. मुख्य छठ घाटों पर बड़ी संख्या में पुलिसबल और एसडीआरएफ के टीम तैनात किये गए थे. जगह जगह ड्रोन से नजर रखे जा रहे थे. किसी तरह की अनहोनी न हो इसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की गयी थी. नदियों के जलस्तर बढे होने के कारण पहले से श्रद्धालुओं को गहरे में पानी में न जाने को लेकर हिदायत दी गयी थी. खतरनाक घाटों को पूरी तरह बैरिकेटिंग किया गया था साथ ही छठव्रतियों को वहां छठ न करने की अपील की गई थी. अलर्ट के बावजूद लोग नहीं माने और नदी के गहरे पानी में चले गए और लापरवाही के चलते अपनी जान गवा बैठे. 

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