Bihar Voter List Verification: न आधार, न वोटर कार्ड और न ही ड्राइविंग लाइसेंस... जानिए मतदाता पुनरीक्षण के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स चाहिए?
Bihar Voter List Verification: मतदाता वेरिफिकेशन के लिए के आमतौर पर आधार कार्ड, वोटर ID कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और मनरेगा कार्ड मान्य होते हैं लेकिन अब मतदाता सत्यापन के लिए स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं.
Bihar Voter List Verification: बिहार में साल के अक्टूबर और नवंबर माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बिहार विधानसभा चुनाव(Bihar Assembly Elections) के पहले राज्य में वोटर लिस्ट में बड़ा बदलाव किया जा रहा है. वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण किया जा रहा है. जिसके लिए घर घर जाकर बूथ स्तर अधिकारी मतदाताओं से संपर्क कर उनके वोटर आईडी कार्ड का पुनरीक्षण कर रहे हैं.
चुनाव आयोग कुछ आवश्यक दस्तावेजों के आधार पर ही मतदाताओं की पहचान और पंजीकरण कर रहे हैं. मतदाता सत्यापन के लिए दस्तावेज देना अनिवार्य है.वहीँ, कुछ ऐसे दस्तावेज हैं जिसे सत्यापन के लिए स्वीकार नही किया जायेगा. जैसे कि आप जानते ही होंगे मतदाता वेरिफिकेशन के लिए के आमतौर पर आधार कार्ड, वोटर ID कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और मनरेगा कार्ड मान्य होते हैं लेकिन अब मतदाता सत्यापन के लिए स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं. ऐसे में लोगों में कन्फ्यूजन है कि वेरिफिकेशन के लिए कौन से दस्तावेज इस्तेमाल होंगे. चुनाव आयोग ने 11 तरह के दस्तावेजों को मतदाता सत्यापन के लिए मानक प्रमाण पत्र के रूप में स्वीकार करने का निर्देश दिया है. तो चलिए जानते हैं वो कौन कौन से 11 दस्तावेज है..
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के लिए ये 11 दस्तावेज स्वीकार किए जाएंगे
- नियमित कर्मचारी या पेंशनभोगी कर्मियों का पहचान पत्र.
- पासपोर्ट.
- बैंक, डाकघर, एलआईसी आदि की ओर से 1 जुलाई 1987 के पहले जारी किया गया कोई भी प्रमाण पत्र.
- जन्म प्रमाण पत्र.
- मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय की ओर से जारी शैक्षिक प्रमाण पत्र.
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र.
- वन अधिकार प्रमाण पत्र.
- जाति प्रमाण पत्र.
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC).
- भूमि या मकान आवंटन का प्रमाण पत्र.
- राज्य सरकार या स्थानीय प्राधिकार द्वारा तैयार पारिवारिक रजिस्टर.
बता दें, चुनाव आयोग ने जल्द से जल्द मतदाता पुनरीक्षण का कार्य करने को कहा है. 25 जुलाई तक वेरिफिकेशन का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. बिहार में 7.8 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड मतदाता है. जिनके वोटर लिस्ट के वेरिफिकेशन के लिए 77 हजार से ज्यादा बूथ लेवल ऑफिसर्स जुटे हुए हैं.