Bihar School News: शिक्षा सचिव का तुगलकी फरमान: बच्चे हो रहे बीमार, ACS केके पाठक के आगे CM नीतीश भी लाचार

Bihar School News: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक हमेशा ही चर्चा में रहते हैं. वो आएदिन ऐसे आदेश जारी करते हैं. जिससे बवाल हो जाता है. स्कूली बच्चों से लेकर राजनेताओं के हड़कंप मच जाता है

Update: 2024-05-29 11:16 GMT

Bihar School News: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक हमेशा ही चर्चा में रहते हैं. वो आएदिन ऐसे आदेश जारी करते हैं. जिससे बवाल हो जाता है. स्कूली बच्चों से लेकर राजनेताओं के हड़कंप मच जाता है. जनवरी माह में कड़ाके की ठंड में भी केके पाठक ने स्कूल बच्च्चों को स्कूल आने का आदेश दिया. तो वहीँ अब भीषण गर्मी में स्कूल खोलने का फरमान जारी किया है. सुबह 6 बजे से डेढ़ बजे तक स्कूल चल रहे हैं. उनका ये फरमान स्टूडेंट और टीचर पर भारी पड़ रहा है. गर्मी से बेहाल होकर स्टूडेंट और टीचर बेहोश हो रहे हैं. नाक से खून से आ रहा है. बच्चे और शिक्षक दर्द से तड़पने लगे हैं. आज बिहार के अलग - अलग जिलों में 60 से ज्यादा बच्चे बेहोश हो गए. 

मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों?

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के भीषण गर्मी में स्कूल संचालित होने पर परिजन बेहद नाराज है. तो वहीँ अब सियासी पारा भी गरमा गया है. इसपर पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान मिडिया से कहा "बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है केवल अफसरशाही रह गई है... स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है. मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए हैं? 47 डिग्री तापमान है लू चल रही है, छोटे बच्चों का ध्यान देना चाहिए. डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लू में मत निकलो. बिहार के स्कूलों की आधारभूत संरचना भी उस तरह का नहीं है कि स्कूलों में बच्चें सुरक्षित रहेंगे. ये दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को इन लोगों ने घेर रखा है."

केके पाठक का आदेश अत्याचार से कम नहीं 

स्कूल में बेहोश हो रहे बच्चे को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने एक्स पर लिखा " मैं बिहार सरकार और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं की इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चें बेहोश हो रहे है, प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है. ये कोई अत्याचार से कम नहीं हैं. नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना. मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं की इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेबस और लाचार

वहीँ इस पर बिहार कांग्रेस इकाई ने कहा "देश के तमाम मुख्यमंत्रियों में सबसे बेबस और लाचार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी लग रहे हैं. एक सनकी अधिकारी ने उन्हें इस कदर लाचार कर दिया है कि पहले शिक्षकों पर हो रहे अत्याचार पर चुप रहे और अब बच्चों के जीवन खतरे में होने के बावजूद कुछ बोल नही पा रहे हैं. 


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