Bihar Election 2025 Voting: बिहार में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग... दूसरे चरण में 67.14 परसेंट मतदान, उमड़ा मतदाताओं का सैलाब, 14 नवंबर को आएगा नतीजा
Bihar Election 2025 Voting: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों में रिकॉर्ड तोड़ मतदान हुआ। दूसरे चरण में 67.14% वोटिंग के साथ बिहार ने दिखाया लोकतांत्रिक जोश। अब नतीजों का इंतजार 14 नवंबर को।
पटना। बिहार ने एक बार फिर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी जबरदस्त भागीदारी से नया इतिहास रच दिया है। विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण का मतदान सोमवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। सुबह से ही राज्यभर में मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखने को मिली। लोगों ने लंबी कतारों में लगकर वोट डाले और अब यह फैसला पूरी तरह EVM में कैद हो गया है कि बिहार की सत्ता की चाबी किसके हाथ जाएगी।
दो चरणों में पूरा हुआ बिहार विधानसभा चुनाव
पहला चरण: 6 नवंबर को 121 सीटों पर हुआ था, जहां 65.07% मतदान दर्ज हुआ।
दूसरा चरण: 11 नवंबर को बाकी 122 सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें 67.14% मतदान हुआ।
इस तरह राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब सभी की नजरें 14 नवंबर पर टिकी हैं, जब मतगणना के बाद साफ होगा कि जनता ने किसे अपना जनादेश दिया है।
दूसरे चरण में भी टूटा मतदान का रिकॉर्ड
पहले चरण के मुकाबले दूसरे चरण में मतदान का उत्साह और बढ़ा। चुनाव आयोग के अनुसार, दोपहर 3 बजे तक ही मतदान प्रतिशत 60% के पार पहुंच गया था, और शाम तक यह 67% से ऊपर चला गया। यह दर्शाता है कि बिहार की जनता इस बार अपनी राय बहुत स्पष्ट रूप से दर्ज कराना चाहती है चाहे बदलाव की दिशा में हो या फिर स्थिरता के समर्थन में।
मतदाताओं में दिखा जोश और जिम्मेदारी
राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में एक जैसी ऊर्जा देखने को मिली। महिलाओं की भागीदारी कई जिलों में पुरुषों से अधिक रही। युवाओं का जोश मतदान केंद्रों पर साफ झलकता रहा।गया, भागलपुर, सिवान, दरभंगा और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में सुबह 7 बजे से ही बूथों पर लंबी कतारें लग गई थीं। कई स्थानों पर पहली बार वोट डालने वाले युवाओं ने कहा कि “अब सिर्फ आलोचना नहीं, बदलाव के लिए मतदान जरूरी है।
एग्जिट पोल्स से पहले सियासी सरगर्मी तेज
अब जबकि मतदान खत्म हो चुका है, सभी की निगाहें एग्जिट पोल्स पर हैं, जो शाम तक जारी होंगे। इनसे शुरुआती रुझान मिल सकते हैं कि जनता का झुकाव किस ओर है महागठबंधन या एनडीए। हालांकि राजनीतिक पर्यवेक्षक यह भी मान रहे हैं कि कई सीटों पर मुकाबला इतना करीबी है कि असली तस्वीर सिर्फ 14 नवंबर की मतगणना के बाद ही सामने आएगी।
शांतिपूर्ण मतदान और बेहतर प्रबंधन
चुनाव आयोग ने बताया कि दूसरे चरण में कहीं से भी किसी बड़ी हिंसक घटना या विवाद की खबर नहीं आई। ईवीएम में कोई तकनीकी गड़बड़ी दर्ज नहीं हुई और सुरक्षा बलों की मौजूदगी ने मतदान को पूरी तरह शांतिपूर्ण बनाए रखा।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह रुझान राज्य के सामाजिक-सियासी समीकरणों को नया रूप दे सकता है। 2015 और 2020 की तुलना में इस बार लोगों ने रिकॉर्ड स्तर पर मतदान किया है जो जनता के भीतर एक परिवर्तन भावना की ओर इशारा करता है।