प्याज के साथ सब्जियों के बढ़ते दामों से लोग परेशान, दिसंबर से धीरे धीरे मूल्य कम होने की संभावना...
डेस्क। प्याज-टमाटर के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह आम आदमी की थाली का स्वाद बिगाड़ रहे हैं। बढ़ते दाम जेब पर भारी पड़ रहे हैं और लोगों का बजट भी बिगाड़ रहे हैं। दूसरी ओर टमाटर के दाम भी धीरे-धीरे तेजी पकड़ रहे हैं।
अगर तीन दिन पहले की बात की जाए तो प्याज के दाम 70 रुपये प्रति किलो और टमाटर के दाम 25-30 रुपये प्रति किलो थे। इनके साथ-साथ आलू के दाम ने भी छलांग लगानी शुरू कर दी है। एक हफ्ते पहले जिन आलू के दाम 15-20 रुपये किलो हुआ करते थे, अब वह सीधे 25-40 पहुंच गए हैं।
जानकारों की माने तो प्याज की नई फसल में आने से हुई देरी ही प्याज के दामों के बढ़ने का असल कारण है। अचानक प्याज के दामों में तेजी आई क्योंकि पीछे से माल की सप्लाई धीमी हुई। महज 10 दिनों 25 से 30 रुपए में बिकने वाला प्याज 70 रुपए तक बिक रहा है। इसका असर आम आदमी की जेब में भी पड़ा है और इसने आंसू निकालने शुरू किया है।
हालांकि थोक विक्रेता कहते हैं कि दामों में धीरे धीरे कमी आने लगेगी। बाजारों के जानकर बताते हैं नवरात्रि के बाद से देशभर में प्याज के दाम अचानक बढ़ने लगे हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले दस दिनों में प्याज की कीमतों में लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। यहां अलग-अलग बाजारों में प्याज की खुदरा कीमतें 70 से 80 रुपए/किलो तक पहुंच गई हैं। महज 10 दिन में प्याज के भाव दोगुना होने से आम आदमी की जेब पर भी बुरा असर पड़ा है। प्याज के रेट में इस तरह से वृद्धि रसोई का बजट प्रभावित कर रहा तो इसमें बिचौलियों के खेल को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि ठंड बढ़ने और शादी ब्याह का सीजन शुरू होने के साथ प्याज की मांग और बढ़ेगी। इसे देखते हुए प्याज डंप किया जा रहा है। विक्रेताओं ने कहा, अप्रैल के बाद नंबर और दिसंबर में नई फसल आती है। पुराना माल खत्म हो गया है, इस कारण रेट बढ़े हैं। अभी इस माह के आखिरी और दिसंबर की शुरुआत में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश गुजरात से माल आने लगेगा तो दाम और भी कम होंगे। अभी चार पांच दिन में आठ से दस रुपए कम होंगे।