Naxal Attack: आदिवासियों के खून से रंगा है नक्सलियों का हाथ: बीजापुर में शहीद 8 जवानों में 7 आदिवासी, इनमें कई परिवार के इकलौते कमाऊ
Naxal Attack: आदिवासियों को शोषण से बचाने के नाम पर अपनी रोटी सेंकने वाले नक्सली अब आदिवासियों के जान के दुश्मन बन गए हैं। बीजापुर में सोमवार को नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट में शहीद होने वाले 8 में से 7 जवान आदिवासी थे।
Naxal Attack: रायपुर। आदिवासियों को शोषण से बचाने, उनके जल-जंगल और जमीन की रक्षा का दम भरने वाले नक्सलियों का आदिवासी विरोधी चेहर फिर एक बार सामने आया है। नक्सली पहले भी आदिवासियों की हत्या करते रहे हैं। कभी पुलिस का मुखबीर बता कर तो कभी और किसी बहाने, लेकिन उन्होंने एक साथ सात आदिवासियों की हत्या कर दी।
बीजापुर में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट करके डीआरजी के जवानों की गाड़ी उड़ा दी। यह बात नक्सलियों को भी पता है कि डीआरजी में 90 प्रतिशत से ज्यादा जवान आदिवासी हैं। इसके बावजूद नक्सलियों ने उनकी गाड़ी को निशाना बनाया है। इस ब्लास्ट में 8 जवान और वाहन चालक समेत 9 लोगों की मौत हो गई। नक्सलियों के इस ब्लास्ट में शहीद हुए 8 में से सात जवान आदिवासी थे। इसमें भी कुछ तो परिवार का इकलौता सहारा थे। अब उनकी मौत के बाद परिवार में कमाने वाला कोई नहीं बचा है।
परिवार से जुड़े लोगों के अनुसार शहीद प्रधान आरक्षक बुधराम 2016 से पुलिस के साथ जुड़ा था। 40 वर्षीय बुधराम के परिवार में कुल चार सदस्य हैं। इनमें पत्नी और बच्चों के साथ दो भाई भी शामिल है। दोनों भाई अविवाहित हैं। वह परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। इसी तरह 29 साल के शहीद बामन सोढ़ी के घर में पत्नी और बुजुर्ग मां हैं। बामन के शहीद होने के बाद अब इस परिवार के पास कोई सहारा नहीं बचा है।
बता दें कि दो दिन के सर्चिंग अभियान के बाद सोमवार को लौट रहे जवानों के काफिले पर बीजापुर में कुटरू-बेदरे रोड पर बेदरी के पास अंबेली नाला के पास नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर एक वाहन को उड़ा दिया। इस ब्लास्ट के लिए नक्सलियों ने वहां भारी मात्रा में विस्फोटक का उपयोग किया था। घटनास्थल पर 10 फीट का गड्डा हो गया है, जबकि वाहन के परखच्चे 25 फीट ऊंचे पेड़ पर लटके मिले।
बीजापुर आईईडी ब्लास्ट में ये जवान हुए शहीद
बुधराम कोरसा पिता स्व. पाण्डू कोरसा, हरीश कोर्राम पिता गोन्डू, सोमडू वेट्टी पिता सन्नू वेट्टी, सुदर्शन वेट्टी पिता आषा राम, सुबरनाथ यादव पिता श्रीधर यादव, डूम्मा मरकाम पिता आयतु मरकाम, पण्डरू राम पोयाय पिता स्व० जोगा पोयाम और बामन सोढ़ी पिता स्व० हड़मा सोढ़ी।