Korba News: जलप्रपात में डूबे शिक्षक का शव मिला 30 घंटे बाद, डेंजर लाइन लांघ कर नहा रहे थे झरने में
Korba News कोरबा। कल दोपहर देवपहरी स्थित गोविंद झुंझ जलप्रपात में नहाते समय पानी के तेज बहाव में बहे शिक्षक का शव 30 घंटे बाद आज बरामद कर लिया गया। कल जांजगीर जिले से घूमने आए शिक्षक जलप्रपात के नीचे नहाने के दौरान पानी के तेज बहाव में बह गए थे। जिसके बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था। आज शिक्षक का शव बरामद कर लिया गया। घटना लेमरू थाना क्षेत्र की है।
लेमरू थाना क्षेत्र के देवपहरी में प्रसिद्ध गोविंद झुंझ जलप्रपात है। बरसात के समय इसका सौंदर्य देखते ही बनता है। जिसके चलते यहां दूर-दूर से सैलानी आते हैं। और सैलानियों की लापरवाही की वजह से लगातार यह जानलेवा भी बनता है। अक्सर सैलानी बरसात के समय मनमोहक जलप्रपात देखकर नहाने उतर जाते हैं। जिसके चलते यहां दुर्घटनाएं होती हैं। कल दोपहर जांजगीर जिले के अकलतरा ब्लाक में स्थित डीएवी स्कूल के 3 शिक्षक 25 वर्षीय आयुष जैन, 45 वर्षीय लक्ष्मीकांत शर्मा, 55 वर्षीय सत्यजीत राहा देवफहरी घूमने आए हुए थे। जहां गोविंदपुर जलप्रपात घूमने के बाद वह कम पानी होने के चलते जलप्रपात के भीतरी हिस्से में पहुंच गए यहां उन्होंने पानी के गिरते झरने में नहाने की प्लानिंग की। आयुष व लक्ष्मीकांत नहाने की तैयारी कर ही रहे थे और कपड़े उतार रहे थे। उसी दौरान सत्यजीत पानी में चले गए। इसी बीच आए पानी के तेज बहाव में वह बहने लगे। पानी के तेज बहाव को देख उनके दोनों साथी उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं जुटा सके और किनारे पर खड़े होकर चिल्लाने लगे। देखते ही देखते उनकी आंखों के सामने से सत्यजीत पानी में बहते हुए ओझल हो गए। किसी तरह बाकी दोनों शिक्षक वापस निकले।
आसपास मौजूद लोगों के अलावा लेमरू पुलिस को भी इसकी जानकारी दी। सूचना मिलने पर लेमरू थाना प्रभारी कृष्णा साहू मौके पर पहुंचे। साथ ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। पानी के बहाव के बीच वन विभाग व पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बारिश शुरू होने व अंधेरा होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। आज सुबह से फिर से रेस्क्यू शुरू किया गया। रेस्क्यू के दौरान कई घंटों की मशक्कत के बाद आज शिक्षक सत्यजीत राहा (55) पिता एबी राहा का शव बरामद कर लिया गया। गौरतलब है कि पिछले शनिवार को भी जांजगीर के अकलतरा से ही 5 सैलानी गोविंद झुंझ जलप्रपात आए थे। जहां पानी का जलस्तर बढ़ने पर पर रेस्क्यू की छत पर चढ़ कर अपनी जान बचानी पड़ी थी। बाद में एसडीआरएफ ने उनका रेस्क्यू किया था।