Flood in Bastar : डूबते को तिनके का सहारा... बस्तर में बाढ़ के बीच सरकार ने दिखाई उम्मीद की किरण, करोड़ों रुपये का दे रही मुआवजा
Flood in Bastar : मकान क्षति, पशुधन हानि और फसल क्षति का सर्वेक्षण कर आरबीसी 6-4 के तहत स्वीकृत मुआवजा राशि प्रभावितों को प्रदान किया जा रहा है
Flood in Bastar : बीते अगस्त माह से लेकर अब तक बस्तर संभाग में हुए भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचा दी है. इस जल प्रलय से घर-बार, पशु-फसल, रोजमर्रा से लेकर कीमती वस्तुएं तक बह गई है. बारिश से संभाग के बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिला ज्यादा प्रभावित हुए. सरकार द्वारा भारी बारिश से प्रभावित परिवारों का प्रकरण दर्ज किया गया. पीड़ितों को आर्थिक मुआवजा भी प्रदान किया गया.
मकान क्षति, पशुधन हानि और फसल क्षति का सर्वेक्षण कर आरबीसी 6-4 के तहत स्वीकृत मुआवजा राशि प्रभावितों को प्रदान किया जा रहा है. बस्तर संभाग कमिश्नर डोमन सिंह ने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिया है कि उनका मदद के लिए शासन प्रशासन लगातार खड़ी है.
कलेक्टर के आदेश पर अतिवृष्टि प्रभावितों को हरसंभव मदद देने के निर्देश के परिपालन में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत अब तक इन सभी जिलों में मकान क्षति के 1694 प्रकरणों में प्रभावितों को 8 करोड़ 81 लाख 49 हजार मुआवजा राशि प्रदान किया गया है. वहीं पशुधन क्षति और फसल नुकसान का आंकलन कर अब तक स्वीकृत 48 प्रकरणों में 4 लाख 80 हजार मुआवजा राशि वितरित किया गया है.
राज्य शासन की राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के अनुसार अतिवृष्टि प्रभावित बस्तर जिले के अंतर्गत पूर्ण मकान क्षति के 103 प्रकरणों में एक करोड़ 29 लाख 63 हजार और आंशिक मकान क्षति के 356 प्रकरणों में 18 लाख 10 हजार की आर्थिक मदद दी गई है.
दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत पूर्ण मकान क्षति के 420 प्रकरणों में 5 करोड़ एक लाख 76 हजार और आंशिक मकान क्षति के 562 प्रकरणों में एक करोड़ 96 लाख 20 हजार, बीजापुर जिले के अंतर्गत पूर्ण मकान क्षति के 26 प्रकरणों में 18 लाख 45 हजार और आंशिक मकान क्षति के 35 प्रकरणों में एक लाख 17 हजार की राशि दी गई है. सुकमा जिले के अंतर्गत पूर्ण मकान क्षति के 10 प्रकरणों में 11 लाख 5 हजार और आंशिक मकान क्षति के 182 प्रकरणों में 5 लाख 13 हजार मुआवजा राशि सम्बंधित प्रभावित परिवारों को आवास निर्माण एवं मरम्मत कार्य के लिए प्रदान किया जा चुका है.
कलेक्टर के निर्देश पर प्रभावितों को बांस-बल्ली भी उपलब्ध करवाया जा रहा है. बस्तर कलेक्टर ने बताया कि आवश्यकता के अनुरूप प्रभावित परिवारों को सूखा राशन, बर्तन, कपड़े और अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रभावित जिलों में सर्वेक्षण के अनुसार प्रारंभिक तौर पर कुल 688 मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और 1449 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पाए गए हैं. वहीं 176 पशुधन की क्षति हुई है. साथ ही करीब 590 हेक्टेयर फसल की क्षति हुई है. इन सभी क्षति का प्रकरण तैयार कर स्वीकृति के अनुरूप मुआवजा राशि प्रभावितों को प्रदान किया जा रहा है. वर्तमान में इन जिलों के 15 राहत शिविरों में 800 से ज्यादा प्रभावितों को भोजन, चिकित्सा एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा है.