Chhattisgarh News: पूर्व सीएम भूपेश का सरकार पर अटैक: बोलें- “गारंटी” लेने वाले अभी सत्ता की मदहोशी में सो रहे हैं

Chhattisgarh News: छत्‍तीसगढ़ के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। बघेल फिर आज एक मुद्दें पर साय सरकार को घेरते हुए सत्‍ता की मदहोशी में सोने का आरोप लगाया है।

Update: 2024-05-31 13:05 GMT

Chhattisgarh News: रायपुर। पाटन विधायक और पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में बिजली कटौती किए जाने का आरोप लगाया है। बघेल ने बिजली कटौती को लेकर राज्‍य सरकार पर हमला बोला है। बघेल ने कहा कि हमने बिजली बिल हाफ किया और इन्होंने बिजली हाफ कर दी। एक तरफ सांय- सांय बिजली का बिल बढ़ाने की तैयारी चल रही है तो दूसरी तरफ इस भयानक गर्मी में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जमकर बिजली की कटौती की जा रही है। प्रदेश की जनता बेहद परेशान है लेकिन “गारंटी” लेने वाले अभी सत्ता की मदहोशी में सो रहे हैं।

बिजली कटौती को लेकर राज्‍य सरकार पर हमला करने के साथ ही बघेल ने आम लोगों को सलाह देने के साथ गर्मी से बचने की सलाह दी है। बघेल ने जनता से कहा है कि आप सबसे कहना है कि तापमान बहुत अधिक है। गर्मी और लू से हम सबको अपना, अपने बच्चों का और घर के बुजुर्गों का ख़्याल रखना है। दिन में बच्चों को धूप में न खेलने दें, बुजुर्गों को बाहर जाने से रोकें। बहुत आवश्यक कार्य न हो तो आप भी घर से न निकलें। ORS, नींबू शिकंजी, ग्लूकोज, आम पना इत्यादि ठंडी चीजें पीते रहें।

इधर, बिजली कटौती को लेकर चेयरमैन ने दिखाए तीखे तेवर

प्रदेश के अगल-अलग हिस्‍सों से आ रही बिजली कटौती की खबरों को लेकर मुख्‍यमंत्री के सचिव पी. दयानंद ने बिजली कंपनी के अफसरों की जमकर क्‍लास ली। दायनंद ऊर्जा विभाग के सचिव और बिजली कंपनियों के अध्यक्ष भी हैं। बिजली आपूर्ति में बाधा की शिकायतों को देखते हुए दयानंद ने ट्रांसमिशन कंपनी तथा डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अधिकारियों को तलब किया और जिन स्थानों पर आपूर्ति बहाली में निर्धारित से अधिक या गैरवाजिब समय लग रहा हैं, वहां के जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

विभिन्न समाचार पत्रों तथा न्यूज वेब पोर्टल में बिजली की आपूर्ति में बाधा आने के बाद इसकी बहाली में लगने वाले अधिक समय को लेकर प्रकाशित समाचारों को गंभीरता से लेते हुए अध्यक्ष पी.दयानंद ने यह बैठक बुलाई थी। उन्होंने जब विस्तार से इन समस्याओं का कारण पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि विगत पांच वर्षों में विद्युत उपकेन्द्र तथा लाईनों की स्थापना जैसे अधोसंरचना के विकास के कार्यों में बहुत रूकावट आई थी। अनेक कारणों से विद्युत विकास कार्यों में प्रगति नहीं हो पाई जिसका विपरीत असर वर्तमान समय में दिखाई पड़ रहा है। गर्मी के कारण जहां सर्वाधिक मांग दर्ज की जा रही है, उसके अनुरूप आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है लेकिन जिन स्थानों पर कार्य स्वीकृत है, टेंडर हो चुके है, बजट की समस्या नहीं है वहां भी उचित मानीटरिंग नहीं होने के कारण वांछित प्रगति नहीं हो पाई है ।

दयानंद ने इन परिस्थितियों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही ऐसे कार्यो की सूची तलब की है। जशपुर जिले में 15 विद्युत उपकेन्द्र स्वीकृत होने के बावजूद वहां कार्य पूर्ण नहीं होने पर उन्होंने आश्चर्य एवं क्षोभ व्यक्त किया। बैठक में बताया गया कि यदि ये कार्य समय पर हो गये होते तो मौसम के कारण वर्तमान समय में जो दिक्कतें आ रही हैं उनका समाधान हो गया होता। उन्होंने विद्युत आपूर्ति में बाधा और लंबे समय तक आपूर्ति बहाल नहीं होने वाले प्रकरणों की सूची भी तलब की है ताकि जिम्मेदारी का निर्धारण किया जा सके। आज की बैठक में उन्होंने समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है आगे भी बड़े पैमाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने सहित अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये है।

मांढर जिला रायपुर, मनेन्द्रगढ़, भाटापारा, कोपरा, भानुप्रतापपुर, रायगढ़, जगदलपुर, बिलासपुर आदि स्थानों से आये समाचारों के आधार पर उन्होंने कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। दयानंद ने कहा है कि दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। दयानंद ने कहा कि पूर्व की अनेक विफलताओं के बावजूद भीषण गर्मी के समय में प्रदेश में विद्युत आपूर्ति को काफी हद तक बेहतर बनाये रखने के लिए अधिकारी-कर्मचारी भरसक प्रयास कर रहे है।

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