Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में समय पर नहीं हो पाएंगे निकाय चुनाव: नए साल में प्रशासक संभालेंगे कामकाज
Chhattisgarh News: नगरीय निकाय अपने निर्धारित समय पर नहीं होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारियों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है। इसके साथ ही निकायों में प्रशासक बैठाए जाने की संभावना बढ़ गई है।
Chhattisgarh News: रायपुर। प्रदेश के ज्यादातर नगरीय निकायों की निर्वाचित परिषद का कार्यकाल जनवरी के पहले सप्ताह में पूरा हो जाएगा। नियमानुसार इससे पहले नई परिषद का चुनाव हो जाना चाहिए, लेकिन राज्य चुनाव आयोग की तैयारियों को देखते हुए इसकी संभावना नजर नहीं आ रही है। ऐसे में जनवरी से राज्य के निकायों की कमान प्रशासकों को सौंपी जा सकती है।
इससे पहले 2019 में नगरीय निकाय चुनाव हुए थे। तब 15 नवंबर को चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा हुई थी और दिसंबर के अंत में चुनाव परिणामों की घोषणा कर दी गई थी। (2019 के चुनाव का पूरा कार्यक्रम जानने के लिए यहां क्लिक करें) इस बार भी नवंबर के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन जाति सर्वे और वार्डों के आरक्षण और परिसीमन में देर के कारण ऐसा नहीं हो सकता। निकाय चुनावों में विलंब की दो और वजह है। एक तो राज्य सरकार पंचायत और निकाय का चुनाव एक साथ करना चाह रही है दूसरे मतदाता सूची में नाम जोड़ने के नए नियमों के कारण भी देर हो रही है।
बता दें राज्य सरकार ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने के नियमों में संशोधन किया है। इसके तहत अब 1 अक्टूबर 2024 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को भी वोट देने का अधिकार मिल जाएगा। इसकी वजह से मतदाता सूची के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 11 दिसंबर को किया जाएगा।
ऐसे में अगर 11 दिसंबर को मतदाता सूची के प्रकाशन के दूसरे दिन भी चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की जाती है तो कम से कम 25 दिन बाद मतदान होगा। ऐसे में वोटिंग फरवरी में चली जाएगी। चुनाव परिणाम आने और नई परिषद के गठन में आधा फरवरी निकल जाएगा। इस बीच जनवरी के पहले सप्ताह में मौजूदा परिषदों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। ऐसे में सरकार महीनेभर के लिए प्रशासक की नियुक्त की जा सकती है।