इलेक्शन ड्यूटी से महिलाओं को रखें अलग : विधानसभा चुनाव से पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को फेडरेशन ने दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव, इन्हें अलग रखने की मांग

Update: 2023-05-23 09:41 GMT

रायपुर. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने विधानसभा चुनाव से पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन देकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में इन मांगों के संबंध में ज्ञापन दिया. इसमें शारीरिक रूप से विकलांग, दिव्यांग या अन्य गंभीर बीमारी, हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट कराने वालों को चुनाव कार्य से अलग रखने और महिलाओं को भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से चुनाव कार्य से अलग रखने की मांग की गई है.

फेडरेशन के संयोजक वर्मा ने अपने पत्र में यह उल्लेख किया है कि फेडरेशन को 105 मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त संगठनों का प्रतिनिधि संगठन है. इन सभी संगठनों के प्रतिनिधि के रूप में फेडरेशन ने 60 साल से अधिक आयु के कर्मचारी-अधिकारियों को चुनाव कार्य से मुक्त रखने या निर्वाचन कार्यालयों में अटैच रखने की मांग की है. इसी तरह वाहन चालकों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी मानदेय देने की मांग की गई है.

बता दें कि आचार संहिता लागू होने के बाद मुख्यालय व जिले स्तर पर कर्मचारी-अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है. उस दौरान गंभीर बीमारी से जूझ रहे कर्मचारी-अधिकारियों की सुनवाई नहीं होती. उन्हें कई तरह की मुश्किलों से जूझना पड़ता है. महिलाओं की ड्यूटी दूरदराज के क्षेत्रों में लगा दी जाती है. फेडरेशन के संयोजक वर्मा ने कहा कि चुनाव महत्वपूर्ण कार्य है. इसे पूरा करना सभी कर्मचारी-अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है, लेकिन ड्यूटी के दौरान कई अव्यवस्थाएं सामने आती हैं. उस समय में ड्यूटी लगने के बाद हटाना आसान नहीं होता, इसलिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से यह आग्रह किया गया है कि वे इस संबंध में जिलों से दिशा-निर्देश जारी करें, जिससे चुनाव के दौरान ऐसी परिस्थितियों से बचा जा सके. आगे पढ़ें फेडरेशन का पत्र...



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