CG Kanker news: प्राचार्य ने खाया जहर: आरटीआई कार्यकर्ता के ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर प्राचार्य ने जहर खाया, हालत गंभीर
CG Kanker news कांकेर। आरटीआई कार्यकर्ता के ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर शासकीय कॉलेज के प्राचार्य ने जहरखुरानी कर ली। इसके बाद उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें रायपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने सुसाइड नोट लिख आरटीआई कार्यकर्ता पर 20 लाख रुपए के लिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। उनके पुत्र ने कांकेर कोतवाली थाना प्रभारी को पत्र लिख कर अपराध दर्ज करने की मांग की है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
कांकेर के इंदरू केंवट कन्या कॉलेज अलबेलापारा में भारतेंदु समुंद प्रभारी प्राचार्य हैं। 2 नवंबर को उन्होंने कॉलेज में जहर सेवन कर लिया। उन्हें कांकेर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रायपुर के एमएमआई अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उनकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट के आधार पर प्राचार्य के पुत्र ने कोतवाली थाना में शिकायत देकर एफआईआर की मांग की है।
प्राचार्य के पुत्र ने अपनी शिकायत में बताया है कि उनके पिता को आरटीआई कार्यकर्ता एसके खान 6 सितंबर 2023 से ब्लैकमेल कर रहा है। उसके पिता ने कई बार पत्रकार के ब्लैकमेलिंग की चर्चा घर में की थी। उक्त आरटीआई कार्यकर्ता ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगने 20 से अधिक आवेदन लगाया है। जब निर्धारित शुल्क जमा करने के लिए उक्त आरटीआई कार्यकर्ता को पत्र भेजा गया था। पर पत्र के जवाब में शुल्क जमा कर जानकारी लेना छोड़ बार-बार उनको फोन कर रहा है और रास्ते में उनको रोक कर बीस लाख रुपए पैसों की मांग कर रहा है। वह कॉलेज भी पहुंच जाता है और घर भी पहुंच जाता है और कहता है कि मुझे जानकारी नहीं चाहिए बल्कि 20 लाख रुपए चाहिए। मोबाइल में फोन कर भी आरटीआई कार्यकर्ता रुपयों के लिए ब्लैकमेल करता है।
प्राचार्य के पुत्र ने बताया कि 2 नवंबर को भी उसके पिता के मोबाइल पर उक्त कार्यकर्ता का फोन आ रहा था। जिससे परेशान होकर उसके पिता बिना बाइक लिए ही घर से कॉलेज चले गए उसे फिर कॉलेज के चपरासी ने फोन कर बताया कि उसके पिता ने जहर खा लिया है। तब घर वालों ने पहुंच कर पिता को उपचार के लिए भर्ती करवाया।
प्राचार्य की जेब से एक पत्र भी मिला है। जिसमें उन्होंने आरटीआई कार्यकर्ता के द्वारा लगातार डरा धमका कर रकम मांगने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरटीआई कार्यकर्ता की ब्लैकमेलिंग का विवरण भी दिया है।
सुसाइड नोट मिलने और शिकायत पत्र मिलने के बाद पुलिस ने प्राचार्य के मोबाइल और लेटर को जप्त कर लिया है। प्राचार्य ने पत्र में लिखा है कि मेरे मोबाइल की जांच करने से पूरे प्रकरण की सच्चाई पता चल जाएगी की आरटीआई एक्टिविस्ट उन्हें पैसों के लिए दिन में कितनी बार फोन करता था।
अगले वर्ष रिटायरमेंट, पेंशन रूकवाने की धमकी
प्राचार्य भारतेंदु समुंद की अगले साल सेवानिवृति है। उक्त आरटीआई कार्यकर्ता उन्हें पेंशन प्रकरण में रोक लगवाने की धमकी देता था। प्राचार्य ने अपने पत्र में बताया है कि वह 64 साल के हैं। अब तक ऐसी स्थिति से वह कभी नहीं गुजरे। हमेशा कॉलेज व छात्रों के हित में कार्य किया है। कॉलेज की प्रतिष्ठा मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मामला सामने आने के बाद एसपी दिव्यांग पटेल के निर्देश पर मामले में अपराध पंजीबद कर लिया गया है। और प्रकरण की विवेचना की जा रही है।