CG Bilaspur News: तीस किलो सोने की चोरी के बाद पुलिस से बचने करवाना चाहता था प्लास्टिक सर्जरी, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में ज्वेलरी चोरी मामले में बड़ा खुलासा...
CG Bilaspur News: After theft of thirty kilos of gold, wanted to get plastic surgery done to escape from police, big revelation in jewelery theft case in Chhattisgarh and Delhi...
बिलासपुर। दिल्ली, बिलासपुर, दुर्ग, सिकंदराबाद,उत्तरप्रदेश आदि जगहों से करोड़ों का सोना चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य को बिलासपुर पुलिस ने दिल्ली व दुर्ग पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 18 किलो से अधिक सोने के जेवर, साढ़े 12 लाख रुपए नगद बरामद किया है। 19 सितंबर को श्रीराम क्लाथ मार्केट स्थित पांच दुकान एवं 25 सितंबर को सत्यम चौक से अग्रसेन चौक के बीच स्थित 5 बड़ी दुकानों में अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिस पर एसपी संतोष सिंह ने अलग अलग टीम बना कर जांच शुरू करवाई थी। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की थी।
जानिए पूरा मामला
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तब चोर की शिनाख्त कवर्धा निवासी शातिर चोर के रूप में होना पाया। 28 सितंबर को मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास को पकड़ने के लिए कवर्धा जाकर आरोपी के घर के पास घेराबंदी की। आरोपी घर में अपने साथी शिवा चंद्रवंशी के साथ था। पुलिस टीम जब घर में घुसी तब मुख्य आरोपी लोकेश पुलिस के आने की आहट पाकर खिड़की से कूद कर फरार हो गया। शिवा चंद्रवंशी के कब्जे से एक नग सोने की चैन,दो नग सोने की अगूंठी, एक नग कान की बाली, एक नग चांदी का बिस्किट, वजनी 100 ग्राम, नगदी रकम 21000 रुपए,एक नग महिंद्रा कंपनी की थार वाहन कुल कीमत 23 लाख रुपए जब्त किया। उससे पूछताछ में पता चला कि चोरी का मास्टर माइंड लोकेश श्रीवास है। बिलासपुर पुलिस ने लोकेश को तलाश किया। जानकारी हाथ लगी कि वह दुर्ग में छुपा है। तब बिलासपुर एसपी संतोष सिंह ने दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा से बात कर घटना के संबंध में जानकारी साझा की। जिसके बाद बिलासपुर पुलिस दुर्ग पहुंची। रायपुर पुलिस से भी सहयोग लिया गया। इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी बिलासपुर पुलिस से संपर्क किया। वहां भी आरोपियों ने 25 करोड़ की चोरी को अंजाम दिया था।
18 किलो सोने व हीरे के जेवरात बरामद
मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास को बिलासपुर पुलिस के सिविल लाइन व एसीसीयू की टीम ने दुर्ग पुलिस के सहयोग से स्तुति नगर थाना क्षेत्र से भिलाई के किराए के मकान से घेरेबंदी कर पकड़ा। दिल्ली पुलिस ने भी इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस को सहयोग दिया। आरोपी लोकेश से पूछताछ करने व तलाशी लेने पर उसके पास से बिलासपुर पुलिस ने साढ़े 12 लाख रुपए नगद एवं साढे 18 किलो सोने व हीरे के जेवरात बरामद किए गए हैं। लोकेश श्रीवास ने पूछताछ में बताया कि पूर्व में दिल्ली में हुई बड़ी चोरी की घटना में वह शामिल था। इसके अलावा बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत श्रीराम क्लॉथ मार्केट में पांच दुकानों तथा अग्रसेन चौक के बीच स्थित पांच दुकानों में आरोपी ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
पूछताछ में खुलासा
एसपी संतोष सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में प्रारंभिक पूछताछ में 10 चोरियों व कोतवाली थाने में दो-दो चोरियों के प्रकरण की जानकारी मिली है। एसपी संतोष सिंह ने खुलासे में स्पष्ट किया कि यह आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद की प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी है। चोरी के आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं। जरूरत पड़ने पर अदालत से पुलिस रिमांड लेकर आरोपियों से और पूछताछ की जाएगी। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि आरोपियों ने पारेख ज्वैलर्स दुर्ग में 2017 में चोरी की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें वह जेल गया था। एसपी ने बताया कि सबसे पहले फुटेज में शिवा चंद्रवंशी की पहचान हुई। शिवा चंद्रवंशी कवर्धा क्षेत्र का नामी चोर है। उसको पकड़ने के बाद लोकेश श्रीवास को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने दिल्ली में बड़ी चोरी की घटना कारित करना बताया।
एसपी संतोष सिंह ने बताया कि बिलासपुर पुलिस,दिल्ली पुलिस, दुर्ग पुलिस व रायपुर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में आरोपियों को गिरफ्तार कर इतनी बड़ी रिकवरी की जा सकी है। एसपी ने बताया कि एक अन्य आरोपी को भी इसके अलावा इनके साथ हिरासत में लिया गया था। पर उसने छत्तीसगढ़ या दिल्ली में चोरी को अंजाम नहीं दिया था। बल्कि उसने सिकंदराबाद तेलंगाना व हैदराबाद में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। पूछताछ के बाद उसे सिकंदराबाद पुलिस के सुपर्द कर दिया गया है।
दिल्ली में बड़ी चोरी
दिल्ली पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के टीआई राजेंद्र सिंह डांगर भी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे। उन्होंने दिल्ली में हुई चोरी के विषय में बताया कि निजामुद्दीन थाना क्षेत्र के भोगल क्षेत्र में स्थित उमराव सिंह ज्वेलर्स में आरोपियों ने बीते सोमवार को चोरी की घटना को अंजाम दिया था। रविवार रात 8 बजे दुकान बंद होने के बाद आरोपी छत के रास्ते से होते हुए सीढ़ियों में सेंध लगा कर रात 11 बजे घुसे थे। इस दौरान दुकान की सारी सीसीटीवी की तारों को काट दिया था। अलार्म भी बंद कर दिया। इलाके में सोमवार को दुकानें बंद रहती है। चोरों को दुकान के बारे में पूरी जानकारी थी। आराम से वो चोरी कर निकल गए। मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे दुकान खोलने पर दुकानदार संजीव जैन को चोरी की जानकारी हाथ लगी। कुल 30 किलो सोना चोरी की एफआईआर दुकानदार ने लिखवाई थी। टीआई डांगर ने बताया कि चोरी के बाद डीसीपी राजेश देव सर ने आरोपियों की तलाश हेतु 6 टीमें बनाई थी। आरोपियों का फुटेज इलाके के एक सीसीटीवी में मिला। जिसके बाद तकनीकी जांच के आधार पर दिल्ली पुलिस की टीम छत्तीसगढ़ पहुंची है और दुर्ग व बिलासपुर पुलिस के सहयोग से आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका है।
मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास पेशे से नाई है। उसने 2011से चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया है। पहली चोरी उसने भिलाई के संगम डेरी में की थी। वह कई राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे सका है। अब जाकर बिलासपुर पुलिस के गिरफ्त में आरोपी आया है। आरोपी पहले सेलून में काम करता था। उसका सपना है कि सोने के कैंची, कंघे व उस्तरे से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्त काटे। दिल्ली में हुई चोरी में उसे बहुत बड़ा माल हाथ लग गया था। जिसके बाद वह पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाने वाला था। इससे पहले ही बिलासपुर पुलिस ने उसे दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपी व जब्त माल
चोरी का मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास पिता कपिल श्रीवास उम्र 32 वर्ष निवासी पांडातराई थाना पांडातराई जिला कवर्धा है। उसके पास से पुलिस को 12 लाख 50 हजार रुपए नगदी, साढ़े 18 किलो सोना व हीरे का सामान, कीमत करीबन 12 करोड़ रुपए जब्त किया है।
लोकेश के साथी शिवा चंद्रवंशी उम्र 23 वर्ष पिता बेनी माधव चंद्रवंशी निवासी गायत्री मंदिर कवर्धा के पास से पुलिस ने एक नग सोने का कड़ा, दो नग सोने का चैन, दो नग सोने की अगूंठी, एक नग कान की बाली, एक नग चांदी का बिस्किट वजनी 100 ग्राम,नगदी रकम 21 हजार रुपए,एक नग महिंद्रा कंपनी का थार कीमत 23 लाख बरामद किया है। पुलिस दोनों आरोपियों से और माल जब्त करने के प्रयास में है।