Bilaspur News: रेलवे का कमाल, रिटायरमेंट के सात दिन पहले अफसर को बिलासपुर से भेजा ट्रांसफर पर दिल्ली, सरकारी पैसे का दुरुपयोग...

Update: 2023-11-28 12:08 GMT

Bilaspur News: बिलासपुर। रेलवे के अफसरों ने कमाल कर दिखाया है। जिस अफसर के सेवानिवृत्ति को सात दिन बचे थे, उसे सेवानिवृत्ति के सात दिन पहले बिलासपुर डिवीजन से उत्तर रेलवे में पदस्थ कर दिया है। रिटायरमेंट से 7 दिन पहले ट्रांसफर आदेश झेलने वाले रेलवे के अफसर ने इसे रेलवे बोर्ड के द्वारा सरकार के पैसे के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है। मामला दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कम्युनिकेशन इंजीनियर का है।


दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर डिवीजन के जोनल मुख्यालय में कमलेश प्रसाद आर्य चीफ कम्युनिकेशन इंजीनियर के पद पर पदस्थ है। 2 दिन बाद 30 नवंबर को उनका रिटायरमेंट है। उनके रिटायरमेंट से लगभग 1 सप्ताह पहले 22 नवंबर को रेलवे बोर्ड ने उन्हें दिल्ली उत्तर रेलवे में उच्च प्रशासनिक ग्रेड पद पर पदस्थ कर दिया है। ट्रांसफर आदेश जारी होने के अगले दिन 23 नवंबर को उन्हें रिलीव भी कर दिया गया। साथ ही 28 नवंबर को नई दिल्ली के उत्तर रेलवे में ज्वाइनिंग देने के निर्देश जारी कर दिए गए। कमलेश प्रसाद आर्य आज 28 नवंबर को नई दिल्ली में जॉइनिंग करने के 2 दिन बाद 30 नवंबर को सेवानिवृत हो जाएंगे। रिटायरमेंट के महज एक सप्ताह पहले जारी ट्रांसफर आदेश को चीफ कम्युनिकेशन इंजीनियर ने मानसिक प्रताड़ना बताया है। कमलेश प्रसाद आर्य का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने प्रमोशन देकर प्रमोशन वाले पद में तबादलें का हवाला अपने आदेश में दिया है। यह पूरी तरह से परेशान करने वाला मामला है। कमलेश प्रसाद आर्य के मुताबिक 6 माह पहले उनका प्रमोशन हो जाना था। पर जानबूझ कर उनके प्रमोशन में देर किया गया। उनको जिस पद पर प्रमोशन दिया गया है, वह दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी है। जानबूझकर उन्हें नई दिल्ली के उत्तर रेलवे भेजा गया है।


कमलेश प्रसाद आर्य का कहना है कि उन्होंने अपना पूरा करियर रेलवे गुजार दिया पर उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने का काम रेलवे कर रहा हैं। प्रमोशन वाले पद पर तबादलें को लेकर कमलेश प्रसाद आर्य का कहना है कि इससे उन्हें किसी भी तरह का आर्थिक लाभ नहीं होने वाला है। कमलेश प्रसाद आर्य ने कहा कि वे आदेश के खिलाफ कोर्ट जा सकते थे या आवेदन देकर अपना तबादला रुकवा भी सकते थे, पर उन्होंने पूरा जीवन ईमानदारी वह लगन से रेलवे की सेवा की है इसलिए रिटायरमेंट के अंतिम दिनों में होने वाले तबादलें पर दिल्ली जाकर ज्वाइन करेंगे। हां पर इस तरह से तबादला करने को लेकर उन्होंने रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर शिकायत की है।

प्रमोशन में 6 माह की देरी करने व सेवानिवृत्ति के अंतिम दिनों में तबादला करने को लेकर कमलेश प्रसाद आर्य का कहना है कि उन्होंने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के गलत कामों को हमेशा बेनकाब किया है। इसलिए उन्हें ईमानदारी का यह सिला मिला है। उनका कहना है कि उन्हें ट्रांसफर मनी के रूप में 3 लाख का भुगतान भी किया जाएगा। जिससे सरकारी पैसे की बर्बादी भी होगी।

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