एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर बैंक को चूना लगाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह को पुलिस ने पकड़ा, 120 एटीएम कार्ड बरामद
अंबिकापुर। एटीएम मशीन के सेंसर में छेड़छाड़ कर बैंक को चुना लगाने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी पहले एटीएम मशीन से रकम विड्राल कर लेते थे, फिर मशीन के सेंसर से छेड़छाड़ कर ट्रांजेक्शन फेल होने का दावा कर बैंक से भी क्लेम प्राप्त कर लेते थे। आरोपी इससे पहले भी भोपाल में ऐसे ही मामले में गिरफ्तार हो चुके है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार स्टेट बैंक अंबिकापुर के कैश ऑफिसर गौतम दास ने कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज करवाते हुए बताया कि 28 नवंबर को बैंक के एटीएम मशीन की शटर टेम्परिंग कर धोखाधड़ी से 21 ट्रांजेक्शन एवं 4 दिसंबर 2022 को 25 ट्रांजेक्शन कर 2 लाख 10 हजार रुपये नगदी आहरण कर गलत तरीके से बैंक क्लेम किया गया है। जिस पर पुलिस ने आपराधिक षडयंत्र व धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू की।
बैंकिंग से जुड़े मामले में ठगी को देखते हुए आईजी रामगोपाल गर्ग व एसपी भावना गुप्ता ने मामले को गम्भीरता से लिया। आईजी रामगोपाल गर्ग से मिले मार्गदर्शन के अनुसार एसपी भावना गुप्ता ने जिले से बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर नाकेबंदी कर दी गई। नाकेबन्दी के अलावा आरोपियो के मिलने के संभावित स्थल के पास भी छापेमारी की गई। इस दौरान बस स्टैंड को चेक करने पर बस स्टैंड के होटल में तीन संदिग्ध रुके हुए मिले। पूछताछ में गोलमोल जवाब देने के चलते पुलिस टीम द्वारा उनकी तलाशी ली गयी। तब उनके पास से 120 नग एटीएम, 4 नग मोबाइल व 1 लाख 20 हजार नगद बरामद किया। आरोपियो को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियो द्वारा जालौन उत्तरप्रदेश से सतना फिर सतना होते हुए सड़क मार्ग से स्विफ्ट से 27 नवंबर को अंबिकापुर आना बताये। साथ ही 28 नवंबर को स्टेट बैंक के विभिन्न एटीएम से 21 ट्रांजेक्शन व 4 दिसंबर को 25 ट्रांजेक्शन कर शटर टेम्परिंग कर 2 लाख 10 हजार निकालना व धोखाधड़ी करना बताये।
आज मामले का खुलासा करते हुए एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपियो के द्वारा अपने जान पहचान के लोगो के एटीएम भाड़े में ले लिए जाते थे, फिर ये उसे अपने क्षेत्रों के एटीएम में वारदात के लिए इस्तेमाल न कर दूसरी जगह जाते थे। तीनो आरोपी भाड़े के कई एटीएम लेकर यूपी से छतीसगढ़ पहुँचे थे और यहां एटीएम मशीन को टेम्पर्ड कर रकम अवैध तरीको से निकाल कर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे,जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। एसपी गुप्ता ने बताया कि आरोपियो के निशाने पर छतीसगढ़ समेत अन्य राज्यो के भी एटीएम थे।
कैसे करते हैं एटीएम टेम्परिंग:-
आरोपियो के द्वारा एटीएम मशीन को पहले एटीएम कार्ड घुसा जितनी राशि निकालनी है उतनी का कमांड दे देते थे। जिससे मशीन कमांड़ एक्सेप्ट कर रकम की निकासी शुरू कर दी जाती थी। उसी दौरान ये मशीन के सेंसर में हाथ रखकर और अन्य तरीकों से छेड़छाड़ कर उसे प्रभावित कर देते थे। जिससे मशीन आगे की सूचना दर्ज नही कर पाती थी कि किस खाते से राशि कटी और कितनी राशि कटी। अर्थात एटीएम मशीन से रकम निकल जाती थी पर बैंक एकाउंट में रकम यथावत दिखाती थी। आरोपियो के खिलाफ इससे पूर्व भोपाल में भी कार्यवाही हो चुकी है।
गिरफ्तार आरोपी व जब्त सामान:-
कपिल विश्कर्मा 25 वर्ष, नीरज निषाद 25 वर्ष, अजय कुमार निषाद 19 वर्ष सभी निवासी जिला जालौन उत्तरप्रदेश।
आरोपियो से 120 नग एटीएम,4 मोबाइल,एक स्विफ्ट कार व धोखाधड़ी से प्राप्त 1 लाख 20 हजार जब्त हुए है।