Adenovirus: कोरोना के बाद अब इस जानलेवा वायरस का खौफ, छोटे बच्चों को बना रहा शिकार, जानें क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण...
Adenovirus causes in kids नईदिल्ली। देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के बीच एक और जानलेवा वायरस ने दस्तक दे दी। इस बीमारी से पीड़ित सबसे ज्यादा बच्चे पश्चिमी बंगाल में पाए गए है। एडेनोवायरस एक ऐसा इन्फेक्शन है, जो कोलकाता में छोटे बच्चों में श्वसन से जुड़ा संक्रमण पैदा कर रहा है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोलकाता और इसके आस-पास के जिलों में बच्चों में एडेनोवायरस के घातक संस्करण के प्रसार पर पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग को आगाह किया है।
यह रहस्योद्घाटन आईसीएमआर से संबद्ध नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हैजा एंड एंटरिक डिजीज (एनआईसीईडी) के हालिया निष्कर्षों के बाद किया गया है, जो एडेनोवायरस के लिए व्यक्तियों के नमूना परीक्षण पर आधारित है।
एडेनोवायरस के लिए परीक्षण किए गए 3,115 व्यक्तियों में से, कुल 1,257 का परीक्षण सकारात्मक रहा और घातक संस्करण 40 व्यक्तियों में था, इनमें से अधिकांश बच्चे थे। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अलर्ट मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सावधानी बरती जा रही है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष 2023 की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस ने खतरनाक रूप ले लिया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, दिसंबर 2022 के अंत के बीच की अवधि में एडेनोवायरस पॉजिटिव व्यक्तियों के 1,200 मामले सामने आए थे और मार्च 2023 के अंत में, ज्यादातर बच्चे, और उस अवधि के दौरान इससे प्रभावित होने वाली कुल मृत्यु का आंकड़ा 19 था।
हालांकि, उस समय मौत के आंकड़ों पर विवाद हुआ था, क्योंकि डॉक्टरों के संघों ने राज्य स्वास्थ्य विभाग पर आंकड़ों को छोटा दिखाने का आरोप लगाया था। उस समय, राज्य सरकार ने एडेनोवायरस से प्रभावित लोगों के मामलों की निगरानी करने और उनका उचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए आठ सदस्यीय टास्क फोर्स का भी गठन किया था।
हवा से भी फैलाव
एडेनोवायरस इन्फेक्शन एक हल्के फ्लू की तरह का है, जो खासतौर पर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को संक्रमित करता है। अमेरिका के CDC के मुताबिक, एडेनोवायरस एक जानलेवा इन्फेक्शन है, जो एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है। यह आमतौर पर हाथ मिलाने या फिर छूने जैसे शारीरिक संपर्क में आने से फैलता है। साथ ही अगर व्यक्ति किसी संक्रमित रोगी की खांसी या छींक से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आ जाए, तो भी वह संक्रमित हो सकता है।
बच्चों में कारण
बच्चों में मल, दूषित पानी, गंदे डायपर और गंदे हाथों से ये इंफेक्शन तेजी से फैल सकता है। साथ ही स्विमिंग पूल, दूषित पानी और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी ये फैल सकता है।
लक्षण
-मूत्राशय का संक्रमण
-मैनिंजाइटिस और एन्सेफलाइटिस
-जुकाम
-बुखार
-सांस की नली में सूजन
-निमोनिया
-कंजंक्टिवाइटिस
ध्यान देने वाली बात ये है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों में ये गंभीर भी हो सकता है, जिससे बच्चों की मौत भी हो सकती है।
क्या है एडेनोवायरस?
एडेनोवायरस आमतौर पर मध्यम आकार के और अविकसित वायरस होते हैं, जिनमें कई तरह के संक्रमण पैदा करने की क्षमता होती है, जो ज्यादातर सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे होते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो इस वक्त 50 से ज्यादा प्रकार के एडेनोवायरस इस वक्त मौजूद हैं। यह सभी मनुष्यों को संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं। आमतौर पर सर्दी के मौसम में यह वायरस ज्यादा सक्रीय होता है। डॉक्टर्स के अनुसार, एडेनोवायरस काफी खतरनाक होता है, जो फेफड़ों और श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। यह 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है, खासतौर पर सर्दी, वसंत और गर्मियों की शुरुआत के मौसम में। यह वायरस शरीर के पाचन तंत्र को भी प्रभावित करते हैं।