राजधानी में मर्डर मामले में बड़ा खुलासा : मृतक राकेश नहीं नीरज शुक्ला था….जो नारियल कारोबारी नहीं, लूटेरों का सरदार था……रायपुर में ही की थी लाखों की लूट…. दूसरी पत्नी ने खोल दी पूरी पोल….तब जाकर हुआ खुलासा

Update: 2020-01-04 16:13 GMT

रायपुर 4 जनवरी 2019। 48 घंटे पहले जिस कथित कारोबारी राकेश जायसवाल का मर्डर हुआ था…दरअसल वो राकेश था ही नहीं !….रायपुर में मर्डर मामले में बड़ा ही चौकाने वाला खुलासा हुआ है। जिस शख्स का कत्ल किया गया था, दरअसल वो फर्जी नाम पर राजधानी में रह रहा था। इस खुलासे के बाद राजधानी पुलिस भी सन्न रह गयी है। हालांकि इस मामले में दो आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक बड़े ही रहस्यमयी कत्ल की गुत्थी तो सुलझायी ही है…एक बड़े लूटकांड का भी खुलासा कर दिया है। मामले में दो आरोपी को मध्यप्रदेश के अनूपपुर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 10 लाख से ऊपर का सामान जब्त किया गया है, साथ ही एक फोर व्हीलर को भी जब्त किया गया । मारने के बाद दोनों आरोपी ट्रेन से अनूपपुर भाग निकले थे। इस मामले में आईजी और एसपी ने रायपुर के पुरानी बस्ती और उरला सीएसपी को इनाम देने का ऐलान किया है। सीएसपी कृष्णा पटेल और अभिषेक महेश्वरी ने एक केस को सुलझाते-सुलझाते दो बड़े घटनाक्रम का खुलासा करने में अहम भूमिका अदा की।

दो दिन पहले टिकरापारा में व्यापारी की हत्या गोली मारकर की गयी थी। SSP आरिफ शेख मर्डर मामले का देर शाम खुलासा किया। पुलिस ने खुलासा किया है कि जिस शख्स की हत्या की गयी थी, वो असल में नीरज शुक्ला था और वो आदतन अपराधी था, जो रायपुर में फर्जी नाम से रह रहे था। यूपी के जौनपुर के रहने वाले नीरज शुक्ला उर्फ राकेश जायसवाल की महाराष्ट्र के दिलीप राय व बिहार के अमर के साथ दोस्ती थी। तीनों ने मिलकर राजधानी के राजेंद्र नगर इलाके में सराफा कारोबारी से बंदूक की नोंक पर लूट की थी।

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लूट की वारदात के बाद बंटवारे को लेकर तीनों के बीच विवाद चल रहा था। उस दिन वारदात की भी यही एक वजह थी। मृतक राकेश राजधानी में अपनी दूसरी वाइफ के साथ रह रहा था, पत्नी को राकेश के बारे में पता था कि वो नाम बदलकर रह रहा है। राकेश आदतन अपराधी था। आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी भी जब्त की गई है। आरोपियों को पकड़ने में एडिशनल एसपी क्राइम पंकज चंद्रा, सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी, सीएसपी कृष्णा पटेल ने इस पूरे मामले महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ऐसे मिला वारदात का सुराग

दरअसल मर्डर मामले की जांच करने के दौरान राजेंद्र जायसवाल की पत्नी तक पुलिस पहुंची। इस दौरान पूछताछ करते हुए मृतक की पत्नी ने चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि राकेश उसका असली नाम नहीं था, बल्कि वो जौनपुर का रहने वाला नीरज शुक्ला था। पत्नी ने धीरे-धीरे वारदात की पूरी पोल पुलिस के सामने खोल दी। पत्नी ने ये भी बताया कि तीनों ने मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। लूट के बंटवारे को लेकर तीनों में विवाद चल रहा था।

एक साल पहले राजेन्द्र में व्यापारी से की थी लूट..

दिसम्बर 2018 में तीनों आरोपियों ने राजधानी के एक सराफा व्यापारी से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। अनिल सोनी से 13 दिसम्बर की रात एयर फायर करते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया था। टू विलर से लूट की घटना को अंजाम दिया था। पीड़ित व्यापारी अमलीडीह का रहने वाला था। पुलिस एक सालों से इन आरोपियों की तलाश कर रही थी।

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