हाथरस कांड में बड़ा खुलासा: पीड़िता के घर में नकली भाभी बनकर रह रही थी संदिग्ध महिला एक्टिविस्ट….जांच में सामने आया सच… पोल खुलते ही हो गयी फरार

Update: 2020-10-10 01:40 GMT

हाथरस 10 अक्टूबर 2020।यूपी के हाथरस गैंगरेप कांड में अजब-गजब खुलासे हो रहे हैं। कभी परिवार को हाईजैक कर लेने का मामला सामने आ रहा है, तो मामला में पीड़ित परिवार ही आरोपो के घेरे में पहुंच जा रहा है। अब खबर ये आ रही है कि घटना के बाद एक महिला एक्टिविस्ट परिवार के लोगों के साथ रह रही थी। इस मामले के खुलासे के बाद जांच एजेंसियों के निशाने पर जबलपुर की एक महिला एक्टिविस्ट आ गई है।

वह अपने नाम के आगे डॉ. लिखती है और 16 सितंबर से हाथरस पीड़िता के परिवार का हिस्सा बनकर रह रही थी। उसने कोविड के बहाने चेहरा ढककर परिवार की सदस्य बनकर कई न्यूज चैनलों को इंटरव्यू दिया था। इंटरव्यू में उसने कई भड़काऊं बातें कही थी, इतना ही नहीं गांव वालों को भी फर्जी अफवाहों से भड़काया था। पुलिस के जांच शुरू करते ही वह लापता हो गई। फिलहाल पुलिस उस एक्टिविस्ट की तलाश कर रही है।

एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर महिला एक्टिविस्ट बड़ी साजिश रच रही थी। एसआईटी के सूत्र बताते हैं कि महिला एक्टिविस्ट घूंघट ओढ़कर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी। घटना के 2 दिन बाद से ही संदिग्ध महिला एक्टिविस्ट पीड़िता के गांव पहुंच गई थी। आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी।

पुलिस का दावा है कि वह महिला पीड़ित परिवार को बरगला रही थी. पुलिस के मुताबिक तथाकथित रिश्तेदार डॉ. राजकुमारी पीड़ित परिवारों को बरगलाते हुए देखी गई है. केवल दलित होने के नाते परिवार के लोगों को भरोसे में लेकर पिछले कई दिनों से पीड़ित परिवार के यहां महिला रही थी. महिला जबलपुर मेडिकल कॉलेज में अपने आप को प्रोफेसर बता रही थी.पुलिस के मुताबिक यह फर्जी रिश्तेदार मीडिया में क्या बयान देना है, पीड़ित परिजनों को लगातार गाइड कर रही थी. पुलिस के शक होते ही महिला घर से चुपचाप खिसक ली. वीडियो में भी महिला को देखा जा सकता है जो अपना नाम कथित तौर राजकुमारी बता रही थी.

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