गिलोय का काढ़ा पीने वाले सावधान: लीवर डैमेज का खतरा, छह मामले आये सामने, एक्सपर्ट ने चेताया-…

Update: 2021-07-04 05:33 GMT

नईदिल्ली 4 जुलाई 2021. कोरोना काल में ज्यादातर लोग संक्रमण से बचने के लिए जड़ी बूटियों से बने काढ़े का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार इन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करने से गंभीर नुकसान हो सकते हैं. मुंबई के डॉक्टर्स ने पाया कि सिंतबर 2020 से दिसंबर के बीच कम से कम छह लोग सामने आए हैं जिनके लिवर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा था. ये सभी मरीज अस्पताल में पीलिया, सुस्ती की शिकायत के साथ आए थे. जिसके बाद डॉक्टरों ने पाया कि हर व्यक्ति हर्ब टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया यानी गिलोय का सेवन कर रहा था.

ये सभी मरीज जॉन्डिस और थकान की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंचे थे. इन सबमें में जो आम बात थी वो यह थी इन सब ने कोरोना महामारी के दौरान अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए गिलोय का सेवन किया था. अध्ययन में यह देखा गया कि इन मरीजों को थॉयराइड और डायबिटीज की शिकायत थी और गिलोय के सेवन ने उनमें गंभीर रियेक्शन किया.

इंडियन नेशनल एसोसिएशन फॉर दि स्टडी आफ लीवर में प्रकाशित एक अध्ययन में इस बात का दावा किया गया है कि गिलोय के सेवन से लीवर को खतरा हो सकता है. लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ एएस सोइन ने बताया कि उन्होंने भी इस बात को देखा कि गिलोय के सेवन से लीवर डैमेज के मामले सामने आये हैं. देखा गया है कि कोरोना महामारी के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने गिलोय का सेवन किया है.

डॉक्टरों ने बताया कि हमने पहली बार पाया लिवर इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. बायोप्सी रिपोर्ट में सामने आया कि महिला ने गिलोय के काढ़े का सेवन किया था. डॉ. आभा नगराल की स्टडी जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल हेपेटोलॉजी में पब्लिश हो चुकी है। इसे इंडियन नेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लीवर ने पब्लिश किया है.

कई लोग ऐसे भी थी जिन्होंने गिलोय का सेवन रोकने के कुछ महीने बाद पूरी तरह से ठीक हो गए. इससे पहले आयुष मंत्रालय की तरफ से कोरोना महामारी के कारक SARS-CoV-2 वायरस के खिलाफ इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय को भी अनुशंसित वैकल्पिक दवाओं में शामिल किया गया था.

Tags:    

Similar News