दोनों फेडरेशन मिलकर कर्मचारी मंहगाई भत्ता मोर्चा का गठन करें... अलग अलग गुट में लड़ने से कर्मचारियों को पूर्ण मंहगाई भत्ता नही मिल रहा

Update: 2022-01-29 12:26 GMT

रायपुर 29 जनवरी 2022. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि प्रदेश में फेडरेशन का 2 गुटों में बंटा होना मंहगाई भत्ता की लड़ाई को कमजोर कर रहा है, छत्तीसगढ़ के कर्मचारी, अधिकारी को प्रत्येक माह 4 हजार से 14 हजार तक पूर्ण महंगाई भत्ता नही मिलने से नुकसान उठाना पड़ रहा है, महंगाई की मार कर्मचारियों को भी है, सभी कर्मचारी महंगाई भत्ता के लिए मिलकर संघर्ष करना चाहते है, जबकि कर्मचारियों के धड़ेबाजी का लाभ सरकार को मिल रहा है, छत्तीसगढ़ में महंगाई भत्ता केंद्र व अन्य राज्य की तुलना में निम्न दर पर मिल रहा है।

दोनों फेडरेशन को एक होकर तथा प्रदेश के एल बी संवर्ग के शिक्षकों के विभिन्न संघ को साथ लेकर "कर्मचारी मंहगाई भत्ता मोर्चा" का गठन किया जावे, जिसमे कोई अध्यक्ष न हो बल्कि सभी संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश संयोजक की समान भूमिका में नेतृत्व करें।

केवल 2 सूत्रीय मांग रखने की जरूरत –

प्रदेश के कर्मचारी व शिक्षक संवर्ग का अलग अलग मांग है जिसे वे अपने अपने संघ के बैनर में संघर्ष करते रहते है, अनेक मांग रखने के अलावा केवल लंबित मंहगाई भत्ता, केंद्र के समान हाउस रेंट की मांग को लेकर ही रणनीति बनाने की जरूरत है।

इसके लिए फेडरेशन के दोनों प्रमुख कमल वर्मा जी व अनिल शुक्ला जी को पहल करते हुए वर्चुअल बैठक तत्काल आहूत करना चाहिए।

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