…जब शहीद की पत्नी कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए 10 हजार रुपये लेकर पहुंची…. डबडबायी आंखों से बोली- आज अगर वो जिंदा होते तो…….अब सभी कर रहे हैं उसके इस जज्बे को सलाम

Update: 2020-04-29 12:05 GMT

बस्तर 29 अप्रैल 2020। …डबडबायी आंखों के साथ सफेद साड़ी में लिपटी शहीद जवान की पत्नी जब मुख्यमंत्री राहत कोष में मदद देने एसपी दफ्तर पहुंची…तो कई लोगों की आंखें नम हो गयी।इसी साल 14 मार्च को बस्तर के बोदली गांव में नक्सली हमले में उपेंद्र साहू शहीद हुए थे। बेहद ही नेक दिल और जरूरतमंदों की मदद में आगे रहने वाले उपेंद्र के इस दुनिया से चले जाने के बाद अब उनकी पत्नी ने इस कड़ी को आगे बढ़ाया है। उपेंद्र साहू की विधवा राधिका ने कोरोना का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 10,000 रुपये का दान दिया है। इस संबंध में बस्तर एसपी दीपक झा ने बताया कि उन्होंने राधिका को समझाने की कोशिश की कि सीएम के राहत कोष में 10,000 रुपये दान करने के बजाय, वह अपने बेटे के खाते में पैसा जमा कर सकती है लेकिन उसने जोर देकर कहा कि उसके बेटे की तरह कई बच्चे हैं, जो कोरोना की वजह से बिना भोजन के भूखे रह रहे हैं।

बस्तर एसपी ने कहा कि राधिका की अनुकंपा नियुक्ति की प्रकिया चल रही है जो जल्द ही पूर्ण हो जाएगी।उसने हमें बताया कि उसका दिवंगत पति हमेशा इस तरह के कारणों के लिए खड़े रहते थे। राधिका का कहना है कि मैंने अपने पति के शहीद होने के बाद सरकार से मुआवजे के रूप में जो कुछ प्राप्त किया था, उसका कुछ हिस्सा दान कर दिया। मेरे स्वर्गीय पति हमेशा अपने कठिन समय के दौरान लोगों की मदद करते थे।

बस्तर कलेक्टर अय्याज तम्बोली ने बताया कि राधिका ने जब पैसे उनके के हाँथ में सौंपे वो पल काफी भावुक कर देने वाला था। इस दौरान राधिका के आंखों से लगातार आंसू निकल रहे थे। राधिका को धन्यवाद देने शब्द नहीं थे तो अधिकारियों ने उनका एक वीडियो क्लिप बनाकर उन्हें धन्यवाद दिया है। वहीं उनकी इस उदारता को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीटर के माध्यम से सैल्यूट किया है।

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